वहीं गरीबों को चावल वितरण करने के लिए चार लाख क्विंटल धान की कस्टम मिलिंग का टारगेट बढ़ा दिया गया है। वहीं 35 किलो चावल मिलने की उम्मीद में लोग राशन कार्ड बनाने के लिए खाद्य विभाग पहुंच रहे हैं। जिला खाद्य अधिकारी अजय यादव ने बताया कि राशन कार्ड बनाने के लिए प्रतिदिन लोग पहुंचते हैं।
अभी 100-200 आवेदन आए हैं। इधर, 35 किलो चावल देने का आदेश नहीं आया है, लेकिन दो महीने का राशन अप्रैल माह में एक साथ दिया जाएगा। इस वर्ष कस्टम मिलिंग का भी लक्ष्य सरकार ने बढ़ाया है। कस्टम मिलिंग का कार्य भी अब अंतिम चरण में है।
खाद्य अधिकारी, अजय यादव ने बताया 35 किलो चावल देने का आदेश नहीं पहुंचा है। वहीं आचार संहिता भी लग गई है। राशन कार्ड बनाने के लिए लोग कार्यालय पहुंच रहे हैं।