ज्ञात हो कि इस वर्ष जिले में सामान्य बारिश हुई है। इस वर्ष मानसून सीजन में महासमुंद में 1223.3, सरायपाली में 1319, बसना में 1394, पिथौरा में 1164, बागबाहरा में 884 एमए बारिश दर्ज की गई है। मानसून सीजन में मौसम में उतार-चढ़ाव का दौर चलता रहा। समय अंतराल में बारिश होने से लोगों में चिंता थी। आसमान में बादल भी उमड़-घुमड़कर छंट जा रहे थे और बारिश नहीं हो रही थी। जब बारिश हुई, तो खेत-खलिहान लबालब हो गए। अब मानसून की वापसी पर अच्छी बारिश होने से किसानों का फायदा हो सकता है। इसके अलावा बांधों का जलस्तर भी बढ़ेगा।
कीट प्रकोप से बढ़ी चिंता
इस वर्ष अच्छी बारिश होने से किसानों के चेहरे खिले हुए हैं, लेकिन कीट प्रकोप ने चिंता बढ़ा दी है। कीट प्रकोप से फसल को बचाने के लिए किसान कीटनाशक दवा का छिड़काव कर रहे हैं। एक अच्छी बारिश के बाद किसानों को कीट प्रकोप से मुक्ति मिलने की उम्मीद है।