महासमुंद

राफेल विमान घोटाले के विरोध में कांग्रेसियों ने नेहरू चौक पर किया धरना-प्रदर्शन, तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

सभा समाप्ति के बाद धरना स्थल पर ही तहसीलदार भागीरथी खांडे को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया।

महासमुंदSep 12, 2018 / 04:36 pm

Deepak Sahu

शासन की कोई भी योजनाओं का मिल रहा लाभ, सुविधाओं के लिए तरस रहे ग्रामीण

महासमुंद. डसॉल्ट एविएशन, फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमान की खरीदी में हुए फर्जीवाड़े के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी के सदस्यों ने स्थानीय नेहरू चौक पर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन कर केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। सभा समाप्ति के बाद धरना स्थल पर ही तहसीलदार भागीरथी खांडे को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. शिव डहरिया ने कहा कि पूर्व में कांग्रेस सरकार द्वारा फ्रांस की कंपनी से भारत की रक्षा क्षेत्र में कार्य करने वाली एयरोनॉटिक इंडिया के साथ समझौता कराया था। इसके तहत प्रत्येक राफेल विमान की कीमत 526 करोड़ रुपए तय की गई थी।

जिसे मोदी सरकार ने सारे नियमों को दरकिनार करते हुए बगैर निविदा के अपने उद्योगपति मित्र को लाभ पहुंचाने के लिए विमान निर्माण का ठेका 16 सौ करोड़ रुपए में देकर और देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है। पूर्व विधायक अग्नि चंद्राकर ने कहा कि केंद्र की सरकार रक्षा सौदे में भ्रष्टाचार करके यह बता दिया कि ये लोग देशहित में कार्य नहीं कर सकते। जिलाध्यक्ष आलोक चंद्राकर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि न खाऊंगा, न खाने दूंगा, लेकिन इसके विपरीत रक्षा सौदे में हजारों करोड़ का भ्रष्टाचार राफेल विमान खरीदी में अपने मित्र अंबानी के साथ करा कर यह सिद्ध कर दिया कि खुद भी खा रहे हैं और अपने लोगों को भी खिला रहे हैं।

धरने का संचालन जिला के प्रभारी महामंत्री हरदेव सिंह ढिल्लो ने किया एवं आभार प्रदर्शन जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष नरेंद्र दुबे ने किया। धरने को देवेंद्र बहादुर सिंह, मकसूदन चंद्राकर, अमरजीत चावला, राजेंद्र चंद्राकर, कृष्णा चंद्राकर, विनोद चंद्राकर, जसवीर सिंह ढिल्लो, हुलास गिरी गोस्वामी, इश्तियाक खैरानी, हेमसागर पटेल, डॉ. रश्मि चंद्राकर, उषा पटेल, रंजीत कोसरिया ने भी संबोधित किया।

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