क्या है पूरा मामला
दरअसल मृत महिला निनीबाई पति पिरित्रम ग्राम पंचायत लोहड़ीपुर के ग्राम पतेरापाली की निवासी थी जो कि बीमार होने के कारण अपने बेटी के घर उसके देख रेख में अमरकोट, सराईपाली में रह रही थी, जहां वृद्ध महिला की आकस्मिक मौत हो जाती है। ग्राम पंचायत के मृत्यु पंजीयन में 18 मार्च 2019 को उसकी मृत्यु पंजीकृत कर दी जाती है। यहां तक सब ठीक है लेकिन इसके चार महीने बाद ग्राम पंचायत लोहड़ीपुर के मृत्यु पंजीयन रजिस्टर में एक बार फिर से उसी महिला की मृत्यु का पंजीयन किया जाता है जिसकी तारिक अलग है। आसान भाषा में कहे तो प्रमाण पत्र पंजीयन के अनुसार एक ही महिला की दो अलग अलग जगहों और तारीखों में मृत्यु हुई है।
दरअसल मृत महिला निनीबाई पति पिरित्रम ग्राम पंचायत लोहड़ीपुर के ग्राम पतेरापाली की निवासी थी जो कि बीमार होने के कारण अपने बेटी के घर उसके देख रेख में अमरकोट, सराईपाली में रह रही थी, जहां वृद्ध महिला की आकस्मिक मौत हो जाती है। ग्राम पंचायत के मृत्यु पंजीयन में 18 मार्च 2019 को उसकी मृत्यु पंजीकृत कर दी जाती है। यहां तक सब ठीक है लेकिन इसके चार महीने बाद ग्राम पंचायत लोहड़ीपुर के मृत्यु पंजीयन रजिस्टर में एक बार फिर से उसी महिला की मृत्यु का पंजीयन किया जाता है जिसकी तारिक अलग है। आसान भाषा में कहे तो प्रमाण पत्र पंजीयन के अनुसार एक ही महिला की दो अलग अलग जगहों और तारीखों में मृत्यु हुई है।
जिम्मेदार भी हैं खामोश
आपको बता दें कि महिला के दो बार मृत्यु के पंजीयन का मामला जिम्मेदार अधिकारीयों के संज्ञान में भी शिकायत के माध्यम से पहुंचाया गया, लेकिन अभी तक इस फर्जीवाड़े पर किसी भी तरीके की आधिकारिक कार्रवाई नहीं की गई है। 4 महीने बाद मृत्यु का पंजीयन करना कई तरह के प्रश्नो को जन्म देता है। शिकातकर्ता ने अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को शिकायत करते हुए कई तरह की सांख्यिकी आकड़ों की गलतियों की ओर इशारा किया है। शिकातकर्ता ने आशंका जताई है कि मृत महिला का फिर से मृत्यु पंजीयन सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार के लिए किया गया है।उक्त मामले में ग्राम पंचायत लोहड़ीपुर के सचिव की संलिप्तता प्रथम दृष्टि में नज़र आती है।ऐसे में शिकायतकर्ता ने सम्बंधित सचिव पर उचित कार्रवाई की मांग की है।
आपको बता दें कि महिला के दो बार मृत्यु के पंजीयन का मामला जिम्मेदार अधिकारीयों के संज्ञान में भी शिकायत के माध्यम से पहुंचाया गया, लेकिन अभी तक इस फर्जीवाड़े पर किसी भी तरीके की आधिकारिक कार्रवाई नहीं की गई है। 4 महीने बाद मृत्यु का पंजीयन करना कई तरह के प्रश्नो को जन्म देता है। शिकातकर्ता ने अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को शिकायत करते हुए कई तरह की सांख्यिकी आकड़ों की गलतियों की ओर इशारा किया है। शिकातकर्ता ने आशंका जताई है कि मृत महिला का फिर से मृत्यु पंजीयन सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार के लिए किया गया है।उक्त मामले में ग्राम पंचायत लोहड़ीपुर के सचिव की संलिप्तता प्रथम दृष्टि में नज़र आती है।ऐसे में शिकायतकर्ता ने सम्बंधित सचिव पर उचित कार्रवाई की मांग की है।
वर्जन
शिकायत पात्र मुझे प्राप्त हुआ है मामला मेरे संज्ञान में है, उचित कार्रवाई के लिए लेटर आगे भेज दिया गया है।
कुणाल दुदावत SDM, सराईपाली पत्रिका टीम ने जब सीईओ बसना सनत महादेवा मामले की जानकारी चाही तो पहले उन्होंने कहा मई पत्र देखने के बाद जानकरी दे पाउँगा लेकिन बाद में जब फ़ोन लगाया गया तो सीईओ बसना ने फ़ोन नहीं उठाया।
शिकायत पात्र मुझे प्राप्त हुआ है मामला मेरे संज्ञान में है, उचित कार्रवाई के लिए लेटर आगे भेज दिया गया है।
कुणाल दुदावत SDM, सराईपाली पत्रिका टीम ने जब सीईओ बसना सनत महादेवा मामले की जानकारी चाही तो पहले उन्होंने कहा मई पत्र देखने के बाद जानकरी दे पाउँगा लेकिन बाद में जब फ़ोन लगाया गया तो सीईओ बसना ने फ़ोन नहीं उठाया।