हाथी भगाओ फसल बचाओ समिति के संयोजक राधेलाल सिन्हा ने बताया कि 9 नवंबर की बीती रात 17 हाथी का दल ग्राम लहंगर के बनीला खार में किसानों के फसलों को रौंद डाला। किसान कोमल सिन्हा, अर्जुन ध्रुव, तेल निषाद, चैतराम गैर, राम प्यारे, मनोज दीवान, बेदराम, बिशेसिंह ध्रुव, हरिराम, हिरामन निषाद, भानसिंह दीवान, रामनाथ, नरोत्तम दीवान सहित अन्य किसानों के फसलों को हाथियों ने खा लिया।
किसानों के दर्द को सुनने वाला कोई नहीं है। वन विभाग की टीम भी क्षेत्र में गस्त नहीं कर रही है। लोकेशन नहीं मिलने के कारण फसल बर्बाद हो रही है। एक किसान ने बताया कि उन्होंने धान की फसल को काटकर रखा था, दीपावली त्योहार के बाद समर्थन मूल्य में बेचने की राह देख रहा था, लेकिन हाथियों ने दल ने सपना चूर-चूर कर दिया। उनकी फसल को खा लिया।
ज्ञात हो कि हाथियों का दल 7 नवंबर को सिरपुर क्षेत्र में विचरण कर रहे थे। इधर किसान अपने घरों में लक्ष्मी पूजा कर रहे थे। तब उन्हें पता चला कि हाथी उनके खून के पसीने की कमाई को नुकसान पहुंचा रहे हैं। हाथियों ने संतोष सिंन्हा, पुनीत सिन्हा, विषनाथ यादव, भारत यादव, तोषण सेेन आदि अनेक किसानों के फसल को नुकसान पहुंचाया।
वन विभाग को किसानों से कोई सरोकार नहीं
किसानों का कहना है कि हाथियों के उत्पात से फसल बचा पाना दिनो-दिन मुश्किल होता जा रहा है। किसानों के लिए बहुत ही मुश्किल हो गया है, इससे किसान परेशान है। प्रशासन चुनाव में व्यस्त है। वन विभाग को किसानों की परेशानी सेे कोई सरोकार नहीं है। हाथी भगाओ फसल बचाओ समिति के संयोजक राधेलाल सिंन्हा नेे बताया कि किसानों के पास मिट्टी तेल तक नहीं है। गांवों में भ्रमण कर मिट्टी तेल खरीदकर फसल बचाने की मशक्कत कर रहे हैं। 40-40 की टीम बनाकर किसान रात में रतजगा कर रहे हैं।