कुमकी हाथी ऑपरेशन बंद है। हाथी हर दूसरे रोज किसानों के आंखों के सामने गांवों में उत्पात मचाते हुए मेहनत से उपजाई गई फसलों को रौंद रहे हैं। ऐसे में वन विभाग के प्रति किसानों का आक्रोश लाजिमी है। डीएफओ आलोक तिवारी ने बताया कि 12-13 हाथियों का दल कुकराडीह बंजर में डटा है। तीन हाथी बरबसपुर, 4-5 हाथी खिरसाली और कुछ हाथी बलौदाबाजार के सीमावर्ती जंगलों में घूम रहे हैं।
20 नवंबर को होने वाले मतदान को देखते हुए वन विभाग अलर्ट है। डीएफओ के मुताबिक लोकेशन के आधार पर हाथियों के समूह पर नजर रखी जा रही है। सुरक्षा की दृष्टि से 19 व 20 नवंबर को वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी हाथी प्रभावित क्षेत्र में हाथियों के लोकेशन की खबर ग्रामीणों को देंगे। मतदान के दिन कोई जनहानि न हो, इसके लिए विभाग के कर्मचारी पूरे क्षेत्र में मुस्तैद रहेंगे।
इधर, हाथियों के आतंक से ग्रामीण घबरा गए हैं। प्रतिदिन हाथी किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। पिछले 10 दिनों में हाथियों ने लगभग 100एकड़ फसलों को बर्बाद कर दिया है। कुछ दिन पहले गुड़रूडीह गांव के लोगों ने हाथी भगाओ वोट पाओ का पोस्टर लगाकर अपना विरोध जताया था। अब देखना यह है कि वन विभाग अलाउंसमेंट और सायरन बजाकर हाथियों के लोकेशन की जानकारी देकर कैसे ग्रामीणों का अलर्ट करता है।
वहां के ग्रामीण टीकम साहू ने बताया कि चार दिन हो गए बर्बाद फसलों के आकलन के लिए अभी तक कोई नहीं पहुंचा है। कुकराडीह बंजर में हाथियों के दल का डेरा है। रात होते ही ये हाथी खेतों की ओर कूच कर खड़ी फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। शाम होते ही ग्रामीणों में दहशत है। डर की वजह से किसान अपनी फसल की कटाई नहीं करा पा रहे हैं।