मिली जानकारी के अनुसार हाथी शनिवार की रात 8:30 बजे लहंगर के कोसमनाला के पास था। इसके बाद नागी राम ध्रुव के खेत में हाथी को देखा गया था। गांव वालों और वन विभाग ने संयुक्त रूप से हाथी को जंगल की तरफ खदेड़ा। इसके बाद दतैल जंगल से बघर्रा नाला की तरफ चला गया।
मिली जानकारी के अनुसार वन विभाग ने ऊंट पालने वालों को अलर्ट भी किया था कि धरती आस- पास विचरण कर रहा है। उसके बाद भी ऊंट पालने वाले नहीं माने। इधर, दंतैल लगातार धान की फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है। जिले में तीन हाथी वर्तमान में विभिन्न क्षेत्रों में विचरण कर रहे हैं। इससे किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
इसके अलावा पिथौरा क्षेत्र में ओडिशा का एक दल विचरण कर रहा है। इस कारण उस इलाके के किसान भी परेशान हैं। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में धान के पौधों में बालियां आनी शुरू हो गई है। इसलिए किसान अपनी फसल की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं। महासमुंद वन परिक्षेत्र अधिकारी राकेश चौबे ने बताया कि हाथी के हमले से ऊंट की मौत हुई है। क्लेम करेंगे तो सहायता राशि दी जाएगी। वैसे भी ऊंट पालने वालों को पहले भी सचेत कर दिया था।