दल में 5 से 7 हाथी हैं। ग्राम जलकी के किसान सुबह 6.30 बजे जब अपने-अपने खेत में पहुंचे तो देखा कि हाथी धान की फसल को रौंद रहे हैं। इसी बीच रमेश कुमार धु्रव को एक हाथी दौड़ाने लगा। जिसने गांव की तरफ भागकर अपनी जान बचाई। सूचना मिलते ही गांव के लोग अपने खेत पहुंचकर फसल नुकसान को देखकर हैरान हो गए।
हाथियों के दल ने दयाराम साहू, प्रेम धुव, रमेश कुमार धु्रव, दशरथ धु्रव, नंदकुमार धु्रव, बिष्णु साहू, कुशल धु्रव, अर्जुन चौधरी एवं अन्य किसानों की फसल को नुकसान पहुंचाया है। हाथी भगाओ फसल बचाओ समिति के संयोजक राधेलाल सिन्हा ने बताया कि 10 हाथी बांसकुड़ा के आसपास एवं 3 हाथी नांदबारू के आसपास विचरण कर रहे हैं।