किसानों का कहना है कि हाइब्रिड प्रजाति के तरबूज और खरबूज के उत्पादन में लागत से दुगुनी या तीन गुनी आमदनी हो जाती है। बाजार में अभी से तरबूज आ गए हैं, जो 15 से 20 रुपए किलो में बिक रहे हैं। उद्यानिकी विभाग प्रभारी सहायक संचालक एसके पटेल ने बताया कि यह फसल कम पानी में ली जा सकती है। बाजार तक ले जाने में भी आसान होता है।
इस बार उन्होंने एक एकड़ में तरबूज की फसल ली है। किसान धनेश ने बताया कि वे खीरा के साथ में खरबूज लगाए हैं। मौसम अच्छा रहता है, तो दोगुना लाभ मिल जाता है।
प्रभारी सहायक संचालक एसके पटेल ने बताया कि जिले में लगभग एक हजार एकड़ में तरबूज व खरबूज की खेती हो रही है। प्रति एकड़ यहां 200 क्विंटल तक का उत्पादन होता है। किसानों को दोगुना लाभ मिल रहा है।