59 लघु जलाशयों में 25 फीसदी ही पानी
जिले में 100 लघु जलाशयों में केवल 4 में ही शत-प्रतिशत पानी भरा है और 59 लघु जलाशय ऐसे हैं जहां 0-25 फीसदी ही पानी है। वहीं बड़े जलाशय कोडार और केशवा बांध में क्रमश: 23 और 20 फीसदी पानी है। जल संसाधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बागबाहरा के कछारडीह, कसेकेरा और सरायपाली के भोखल और बसना के रसोड़ा गांव लघु जलाशय ही इस वर्ष शत-प्रतिशत भर पाए।
सूखे का साया, परेशानी
पिछले वर्ष भी पिथौरा में कम बारिश दर्ज की गई थी। जिले में पिछले इसी समय तक 1035 मिमी बारिश हो चुकी थी। इस वर्ष मौसम विभाग ने 1192 मिमी बारिश का अनुमान जिले में लगाया था, लेकिन जिस तरह से मानसून रूठा हुआ है, उससे लगता है। इस बार जिले में कई क्षेत्र सूखे के चपेट में आ सकते हैं।
खेतों में पड़ी दरारें
बारिश नहीं होने से खेतों में दरारें पड़ रही हैं। इससे किसान चिंतित हैं। जिन किसानों ने पंप के माध्यम से फसल ली है, उनकी फसलों में कीट का प्रकोप देखने को मिल रहा है। इस समय फसलों को बचाने के लिए पानी की ज्यादा जरूरत है। वैसे भी अल्पवर्षा के कारण इस साल खेती-किसानी का काम पिछड़ चुका है।
बारिश की स्थिति (27 अगस्त तक की स्थिति में)
विकासखंड 2017 2018 2019 2020 2021
महासमुंद 708 838 866 910 695
सरायपाली 679 833 934 1290 536
बसना 776 816 928 1205 629
पिथौरा 672 896 797 643 407
बागबाहरा 685 942 599 1126 676
कुल 704 865 825 1035 588 मिमी