पांच महीने उन्हें शरीर के दाहिने अंगों में लकवा हो जाने की शिकायत हुई, इसके उपरांत उपचार जारी रहा, किन्तु कुछ समय बाद शरीर के बायी ओर भी लकवा हो गया। 30 मई 2020 की रात उसे लकवा के उपचार के लिए शहर के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। इस दौरान सिटी स्कैन करने के बाद उसे वेंटीलेटर पर रखा गया था। लकवा की परेशानी को बढ़ता देख मरीज के परिजनों ने राजधानी एक निजी अस्पताल के चिकित्सकों की सलाह ली। जिसके बाद मरीज के परिजनों द्वारा उन्हें उपचार के लिए राजधानी रायपुर स्थित निजी अस्पताल ले जाया गया।
4 जून 2020 को उन्हें अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया था। इस दौरान उनकी आरटीपीसीआर जांच में कोविड-19 से संक्रमित होने की भी जानकारी मिलते ही उन्हें अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान, रायपुर में भर्ती कराया गया। लकवा सहित अन्य बीमारियों के बढ़ जाने से उनकी स्थिति गंभीर हो गई और उपचार के दौरान 14 जून 2020 की सुबह 09ः00 बजे एम्स रायपुर में उनकी मृत्यु हो गई।