यह घटना महासमुंद जिले का है। थाना प्रभारी राकेश खुटेश्वर ने बताया कि ग्राम छांदनपुर में दो दिन पहले संदिग्ध अवस्था में गांव के ही युवक उद्धव पटेल पिता शिवप्रसाद की लाश मिली थी। मर्ग कायम कर जांच में लिया गया था। जांच में पाया कि उद्धव पटेल की हत्या गांव के ही पुनित राम मरार उर्फ पुनऊ एवं उनके बेटे बरतराम पटेल ने की।
पूछताछ के दौरान पुनितराम ने अपराध स्वीकारते हुए बताया कि 10 मई की रात अपनी बेटी के साथ उद्धव पटेल को देखा, तब गला दबाकर हत्या कर दी। बाद में शव को अपने पुत्र बरतराम पटेल के साथ मिलकर खेत में फेंक दिया। ज्ञात हो कि बसना पुलिस को 14 मई की सुबह मृतक के भाई प्रार्थी गौतम पटेल पिता शिवप्रसाद (22) ने पुलिस को सूचना दी कि उसके भाई उद्धव पटेल की लाश गांव के पुनीत अघरिया के खेत में मिली। सूचना मिलते ही पुलिस घटना स्थल पहुंची। जहां देखा कि लाश पुरानी होने के कारण सड़ गई थी। पुलिस ने मर्ग कामय कर जांच में लिया।
मृतक के भाई गौतम पटेल एवं शिवप्रसाद पटेल का पुलिस ने कथन लिया तो बताया कि घर के सामने रहने वाले पुनीत राम मरार उर्फ पुनउ की बेटे से मृतक उद्धव पटेल का प्रेमप्रसंग था। वह 10 मई की रात 12 बजे घर से बस्ती की तरफ निकला था तथा घर वापस नहीं आने से पतासाजी की गई, लेकिन वह नहीं मिला। 14 तारीख को पुनितराम अघरिया के खेत में उसकी लाश मिली।
प्रार्थी के बयान पर पुलिस पुनितराम उर्फ पुनउ से पूछताछ की। सख्ती से पूछताछ करने पर वह अपराध स्वीकार कर लिया। इसके बाद पुलिस (Chhattisgarh Police) ने पुनीत उर्फ पुनऊ व उसके बेटे बरतराम पटेल को गिरफ्तार कर अपराध दर्ज किया। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी राकेश खुंटेश्वर, कल्याण सोनवानी, सिकंदर भोई, महेन्द्र यादव, हेमसिंह सोनी, महेश प्रधान, महेन्द्र पांडे का योगदान रहा।