महासमुंदPublished: Nov 08, 2022 06:45:43 pm
CG Desk
- गुरु नानक देव 518 साल पहले जिस गांव में ठहरे थे वहां बनेगा मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल और स्कूल।
- महासमुंद के गढ़फुलझर में विशाल गुरुद्वारे के लिए भी रखी गई नींव।
सिखों के पहले गुरु गुरु नानक देव अपनी उदासियों (धार्मिक यात्राओं) के दौरान छत्तीसगढ़ आए थे। यहां उन्होंने भैना वंश की रियासत गढ़फुलझर (महासमुंद) में 2 दिन बिताए थे। पिछले साल ही यह बात एक शोध के दौरान सामने आई। इसके तुरंत बाद ही राज्य सरकार ने इसे पर्यटन स्थल घोषित कर दिया। अब छत्तीसगढ़ के अलावा देश-विदेश से भी बड़ी संख्या में यहां साध-संगत जुटने लगे है। दर्शनार्थियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए गढ़फुलझर में विशाल गुरुद्वारे का निर्माण करवाया जा रहा है। गुरु नानक देव ने चूंकि मानव सेवा का संदेश दिया था। लिहाजा, सिख समाज यहां मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल, स्कूल और धर्मशाला खोलने की तैयारी में है। इसके लिए तकरीबन 12 एकड़ जमीन का चयन किया जा चुका है।