लाखों की काली कमाई
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस क्षेत्र में गुटखा खपाने का काम बागबाहरा के एक गुटखा किंग रायपुर , महासमुंद और सीमावर्ती खरियाररोड के नामचीन व्यापारियों द्वारा बड़े योजनाबद्ध तरीके से कर सेलर के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र की किराना दुकानों व पान ठेलों में पहुंचाया जाता है। इस तरह लाखों रुपए की मोटी काली कमाई कर इन तथाकथित तस्करों द्वारा शासन के आदेश को चुनौती दी जा रही है।अधिकारी करते है अपने कर्तव्यों की इतिश्री
यहां यह कहना बेमानी होगा कि इन सब अवैध कारोबार की जानकारी पुलिस, ड्रग इंस्पेक्टर को नहीं है। जवाबदेह अधिकारी कभी कभार मामूली छापेमारी कर छोटे-छोटे पानठेलों, किराना दुकानों पर कार्रवाई कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर लेते हैं। बड़े कारोबारी आज तक पकड़े नहीं गए है । इससे स्पष्ट होता कि उन्हें छापे की सूचना पहले मिल जाती है और वे सचेत हो जाते हैं।बच्चे, युवा, महिलाएं और बुजुर्ग कर रहे सेवन
अधिकारियों को इस कारोबार से जुड़े लोगों की पूरी कहानी व गोदाम का पता होता है, लेकिन क्यों नहीं बड़ी छापेमारी कर इन्हें बेनकाब किया जा रहा है। हजारों बच्चे, युवा, महिलाएं और बुजुर्ग भी इस जानलेवा गुटखे की गिरफ्त में आकर अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं। लोगों की राय है कि गुटखे पर सख्ती से रोक लगनी चाहिए और इसके अवैध कारोबार में लिप्त लोगों पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। इस संबंध में चर्चा करने ड्रग इंस्पेक्टर ज्योति भानू के मोबाइल पर कई बार संपर्क किया गया, लेकिन उनका मोबाइल हर बार कवरेज से बाहर मिला|