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सरायपाली क्षेत्र में रेल मार्ग लोगों के लिए रह गया सपना, 5 दशकों से की जा रही की मांग

locationमहासमुंदPublished: Dec 02, 2019 04:15:23 pm

Submitted by:

CG Desk

मध्यप्रदेश के तात्कालीन मुख्यमंत्री श्यामाचरण शुक्ल, पूर्व सांसद चंद्रशेखर साहू और सांसद चंदूलाल साहू ने भी इस मुद्दे को उठाया था।

सरायपाली क्षेत्र में रेल मार्ग लोगों के लिए रह गया सपना, 5 दशकों से की जा रही की मांग

सरायपाली क्षेत्र में रेल मार्ग लोगों के लिए रह गया सपना, 5 दशकों से की जा रही की मांग

सरायपाली । सन 1962 से सरायपाली, बसना और पिथौरा में रेलवे लाइन की मांग की जा रही है, सदैव सभी राजनीतिक दलों का सहयोग और समर्थन रहने के बावजूद भी रेल मार्ग क्षेत्रवासियों के लिए सपना ही रह गया है। पिछले कई सालों से सरायपाली, बसना के विधायक और महासमुंद के सांसदों द्वारा बार-बार केंद्रीय रेल मंत्री को आवेदन लिखकर यह बताना पड़ता है, रायपुर-सरायपाली-बरगढ़ रेल लाइन के बनने से दूरी कम हो जाएगी। लोगों को रोजगार मिलेगा, विकास की रफ्तार बढ़ेगी। लेकिन केंद्र ने अब तब इस ओर रेल लाइन लाने के लिए कोई खासी पहल नहीं की।
गौरतलब है कि रायपुर-बरगढ़ रेल लाइन जोडऩे की बात बीते पांच दशकों से चल रही है। कांग्रेस और भाजपा दोनों दलो ने ही इस मुद्दे को समय-समय पर उठाया। साल 2012 की तत्कालीन कांग्रेसी विधायक डॉ. हरिदास भारद्वाज ने विधानसभा में अशासकीय संकल्प लाकर रेल लाइन सर्वे के लिए प्रयास किया था। लेकिन राजनीतिक इच्छाशक्ति के अभाव में यह मांग और सर्वे सिर्फ कागजों तक सिमट कर रह गया।

श्यामाचरण शुक्ल भी कर चुके थे मांग
मध्यप्रदेश के तात्कालीन मुख्यमंत्री श्यामाचरण शुक्ल ने जब बाम्बे से हावड़ा रेललाइन का तिहरीकरण हो रहा था, तब एक लाइन बागबाहरा से बरगढ़ जोड़कर इस लाइन को उसी बजट में निर्माण की मांग की थी। पूर्व सांसद चंद्रशेखर साहू और सांसद चंदूलाल साहू ने भी इस मुद्दे को उठाया था। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी भी जब महासमुंद के सांसद बने तो उन्होंने भी इस मुद्दे को उठाया। कांग्रेस की प्रदेश सचिव रही नंदिनी साहू ने दिल्ली जाकर सोनिया गांधी और रेल मंत्रालय में इस मांग को रखा था।

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