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श्री राम जानकी मंदिर के पूजारी नारायण दास वैष्णव ने बताया कि सोमवार की शाम 5 बजे मंत्रों का उच्चारण के साथ भगवान को 108 कलशों में जल लेकर स्नान कराया गया। इसके बाद भगवान जगन्नाथ विश्राम पर चले गए। अब 2 जुलाई तक मंदिर के पट बंद रहेंगे। आने वाले 15 दिनों तक हर दिन भगवान जगन्नाथ का जड़ी-बूटियों से बनाया काढ़ा पिलाया जाएगा। भगवान के स्वस्थ होने के बाद ही मंदिर के पट खुलेंगे। भगवान को विशेष भोग प्रसाद चढ़ाया जाएगा।
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भगवान स्वस्थ (Lord Jagannath) होने के बाद 4 जुलाई को मंगला आरती और विशेष पूजा अर्चना के बाद श्रद्घालुओं को दर्शन देने मंदिर से निकलेंगे। रथ यात्रा को लेकर अभी से तैयारियां शुरू हो गई है। श्रीराम जानकी मंदिर के पुजारी नारायण दास वैष्णव ने बताया कि 3 जुलाई तक मंदिर के पट बंद रहेंगे। इस दिन नेत्रोत्सव मनाया जाएगा। भगवान की आंखों में विशेष प्रकार का अंजन लगाया जाएगा। भगवान बलभद्र और बहन सुभद्रा का भी विशेष श्रृंगार किया जाएगा।
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