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हर रोज योग से 90 फीसदी बीमारियां होगी छूमंतर

locationमहासमुंदPublished: Jun 21, 2015 11:54:00 pm

कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि योग को जीवन में शामिल कर हम बहुत
सी बीमारियों से दूर रह सकते हैं। योग से शरीर स्वस्थ्य रहता है और
स्वस्थ्य रहने से मन, मस्तिष्क और हमारी आत्मा भी स्वस्थ रहती है।

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महासमुंद. कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से पूरे विश्व को स्वस्थ्य रहने का संदेश मिला है। उन्होंने कहा कि देश के ऋषि-मुनियों ने लोगों को योग के जरिए सुखी और निरोग रहने का का जो ज्ञान बताया है, उसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से पूरे विश्व के 199 देशों ने अपनाया है।

यह दिन भारतवासियों के लिए गर्व का दिन है। आज दस करोड़ से ज्यादा लोग योगाभ्यास किए हैं। अग्रवाल जिला मुख्यालय के शासकीय आदर्श बालक उच्चतर माध्यमिक शाला में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित योग प्रदर्शन कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक महासमुंद डॉ. विमल चोपड़ा ने की। कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि योग को जीवन में शामिल कर हम बहुत सी बीमारियों से दूर रह सकते हैं। योग से शरीर स्वस्थ्य रहता है और स्वस्थ्य रहने से मन, मस्तिष्क और हमारी आत्मा भी स्वस्थ रहती है। प्रतिदिन योग कर हम 90 प्रतिशत बीमारियों से दूर रह सकते हैं। योग से जीवन सुखमय और मन प्रसन्नता से भर जाता है। अग्रवाल ने युवाओं और विद्यार्थियों को प्रतिदिन योग करने का भी आव्हान किया। उन्होंने कहा कि योग से जहां मन मस्तिष्क स्वस्थ्य रहेगा वहीं पढ़ाई में एकाग्रता आएगी। उन्होंने योग को अंतर्राष्ट्रीय क्षितिज पर स्थापित करने प्रधानमंत्री द्वारा किए गए प्रयासों पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इससे देश को स्वस्थ, मजबूत और विकसित बनाने में मदद मिलेगी।

योग शरीर को स्वस्थ्य रखने की विधा
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष अनिता पटेल, नगर पालिका परिषद महासमुंद के अध्यक्ष पवन पटेल, जनपद पंचायत महासमुंद के अध्यक्ष धरमदास महिलांग, पूर्व मंत्री रामविचार नेताम और पूर्व राज्य मंत्री पूनम चंद्राकर सहित अनेक गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में स्कूली छात्र-छात्राएं योगाम्यास कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधायक महासमुंद डॉ. विमल चोपड़ा ने कहा कि योग शरीर को स्वस्थ्य रखने की विधा है। अमीर-गरीब सभी वर्ग के लोग योग के जरिए बिना खर्च के अपने जीवन को स्वस्थ्य बना सकते हैं। योग को विश्व स्तर पर अपनाने से भारत के लोगों का स्वाभिमान बढ़ा है। योग सबके लिए अमूल्य धरोहर है। सभी लोगों को अपने शरीर को स्वस्थ्य बनाने के लिए योग करना चाहिए। पूर्व मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि योग सभी के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने योग के माध्यम से सभी का जीवन स्वस्थ्य और सुखमय होने के लिए अपनी शुभकामनाएं दी।

मकरासन से दूर होती है तनाव व चिंता
उन्होंने बताया कि ताड़ासन से शारीरिक दृढता और स्थायित्व, वृक्षासन से पैर की मांसपेशियों और तंत्रिकाओं एवं लीगामेंट को मजबूती मिलती है। पादहस्तासन से मेरूदंड लचीला होता है तथा इससे कब्ज दूर होता है। अर्धचक्रासन से मांस पेशियों मजबूती मिलती है तथा मेरूदंड लचीला बनता है। भद्रासन घुटने के दर्द को कम करता है। अर्ध उष्ट्रासन से कब्ज एवं पीठ दर्द ठीक होता है। भद्रासन से एकाग्रता बढ़ती है। शशांकासन से पीठ दर्द, पाचन क्रिया को ठीक करने के साथ ही तनाव कम होता है। वक्रासन से मधुमेह के रोगियों को लाभ होता है। भुजंगासन से पेट की चर्बी कम तथा कब्ज दूर होती है। शलभासन से साइटिका ठीक होती है। मकरासन से तनाव एवं चिंता दूर होती है। सेतुबंधासन से पाचन क्रिया बढ़ती है, इससे कब्ज भी दूर हो जाता है।

कपालभाति से चेहरे पर आती है चमक
पवन मुक्तासन से वायु को मुक्त करने वाला आसन है। शवासन शरीर और मन दोनों को आराम देने वाला आसन है। कपालभाति से पूरे शरीर का कायाकल्प करता है तथा चेहरे में चमक लाता है। प्राणायाम से तनाव एवं चिन्ता दूर होती है। शाम्भवी से मन शांत रहता है और इस आसन से एकाग्रता बढ़ती है। इस तरह योग कई आसनों के बारे में जानकारी दी गई।

प्रार्थना के साथ शुरू हुआ योग प्रदर्शन
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर शासकीय आदर्श बालक उच्चतर माध्यमिक शाला में आयोजित कार्यक्रम में हजारों स्कूली बच्चों ने योग प्रदर्शन में हिस्सा लिया। लगभग 35 मिनट तक चले इस योग प्रदर्शन के कार्यक्रम की शुरुआत प्रार्थना से हुई। इसके बाद समपाद अवस्था शरीर को ढ़ीला करने प्रदर्शन किया गया। योगासन के तहत ताड़ासन, वृक्षासन, पदहास्तासन, अद्र्धचक्रासन, त्रिकोणासन, भद्रासन, अद्र्धउष्टासन, शशांकासन मरिच्यासन, भुजंगासन, शलभासन मकरासन, पवन मुक्तासन, शवासन के साथ ही कपालभाति क्रिया, प्राणायाम नांद योग में ध्यान का भी प्रदर्शन किया गया। अंत में सभी ने स्वयं को शांति प्रिय, आनंद पूर्ण एवं प्रेम पूर्ण मानव बनाने, अपने कार्यों से शांति और स्नेह पूर्ण वातावरण तैयार करने का संकल्प भी लिया। कार्यक्रम में आयुर्वेद चिकित्सा विभाग के डॉ. यशवंत चंद्राकर ने योग के जरिए स्वास्थ्य संबंधी होने वाले लाभ की जानकारी दी।


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