फूल बेचने रायपुर की दौड़ लगाते हैं किसान
आने वाले कुछ वर्षों में फूलों की खेती का रकबा और उत्पादन काफी ज्यादा होगा। फूल उत्पादक सभी किसान मुख्यत: रायपुर की दौड़ लगाते हैं। महासमुंद के कुछ किसान ओडिशा और महाराष्ट्र भी फूल भेजते हैं, लेकिन ज्यादातर किसान रायपुर में ही अपना फूल बेचते हैं। किसानों का कहना है कि अभी तो उत्पादक कम हैं और डिमांड ज्यादा है। इस कारण फूलों को अच्छा भाव मिल जाता है, खासकर सीजन में, लेकिन जिले में इतनी बड़ी मात्रा में फूलों की खेती हो रही है तो यहां बिक्री का साधन भी होना चाहिए। फूलों की मंडी महासमुंद की निकट भविष्य की आवश्यकता है।
फूलों की नब्ज जानने वाले विशेषज्ञ नहीं
जिले में फूलों का उत्पादन तो रहा है, लेकिन उद्यानिकी विभाग में फूलों की खेती का कोई विशेषज्ञ नहीं है। न ही यहां निजी क्षेत्र में ऐसा कोई जानकार है। किसान स्वयं ही यहां-वहां से जानकारी जुटाकर खेती कर रहे हैं। फूल उत्पादक किसान अरुण साहू का कहना है कि जैसे अन्य फसलों में कीट प्रकोप, बीमारियां होती हैं, उसी तरह फूलों में भी होती है, अन्य फसलों में किसान स्वयं के अनुभव और कृषि विशेषज्ञों की सलाह से फसल का बचाव कर लेते हैं, लेकिन फूलों की नब्ज पकडऩे वाले कोई विशेषज्ञ नहीं हैं। इसके चलते किसानों को दिक्कत होती है।
आरएस वर्मा, सहायक संचालक उद्यानिकी विभाग महासमुंद