झोलाछाप डॉक्टर अब प्रैक्टिस के साथ मरीजों को दवाएं भी बेच कर रहे हैं, पर स्वास्थ्य के अफसरों को कुर्सी पर बैठकर शिकायतों का इंतजार है। शिकायत आती भी है, तो कार्रवाई नहीं होती।
सीएमएचओ का कहना है कि शिकायत नहीं आती है, इसलिए कार्रवाई नहीं की जाती है। जानकारी के मुताबिक सरायपाली से 10 किमी दूर फोरलेन पर स्थित एक गांव में एक झोलाछाप डॉक्टर वर्तमान में मेडिकल स्टोर का संचालन कर रहा है। पता यह भी चला है कि यहां पहले क्लीनिक का संचालन हो रहा था, उसे सरायपाली बीएमओ ने शिकायत पर सील कर दिया था, अब उसी जगह पर मेडिकल स्टोर संचालन के लिए ड्रग विभाग ने लाइसेंस भी जारी कर दिया गया है।