कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक दीपांशु मुखर्जी ने बताया कि इस ऐप को एंड्रायड फोन पर आसानी ने गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।इसमें रजिस्ट्रेशन करने के बाद लोकेशन डालने पर यह ऐप उस स्थान में बिजली गिरने की संभावना होने पर उपयोगकर्ता को सूचना दे देता है। यह ऐप हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध है। दोनों भाषाओं में से संचालित किया जा सकता है। दीपांशु मुखर्जी ने बताया कि एक रिसर्च के मुताबिक दुनियाभर में सबसे ज्यादा प्राकृतिक आपदाओं से होने वाली मौतों में सबसे ज्यादा गाज गिरने से लोगों को मौत होती है।
महासमुंद जिला भी इससे प्रभावित है। इस बात को ध्यानमें रखकर दुर्घटनाओं को कम करने के लिए यह ऐप बनाया गया है। इस ऐप से लोगों को मदद मिलेगी। यहऐप आईआईटी पुणे के विशेषज्ञों ने तैयार किया है। उन्होंने बताया कि ऐप के अलर्ट करते ही उस क्षेत्र से हट जाएं, जहां अलर्ट किया गया है। किसी सुरक्षित स्थान पर खड़े हो जाएं। यह ऐप 40 किमी की परिधि में कहां बिजली गिरने वाली है, यह जानकारी दे देता है। दीपांशु मुखर्जीने बताया कि इस ऐप में यह भी जानकारी मिलेगी कि बिजली गिरने पर इससे सुरक्षा कैसे की जाए और प्राथमिक मेडिकल उपचार कैसे की जाए। उन्होंने बताया कि गाज जानवरों पर भी गिर रही है। इस वजह से बचाव जरूरी है। इसी देखते हुए ऐप तैयार किया गया है।