नगर पालिका ने सौर ऊर्जा से रोशन करने के लिए शहर के आठ प्रमुख उद्यानों को चयन किया था। इसमें संजय कानन, गुरुगोविंद सिंह उद्यान, नकुल ढीढी उद्यान, मोती बाल उद्यान समेत अन्य उद्यान शामिल थे। इसके लिए नपा ने करीब 30 लाख रुपए का बजट भी बनाया था। वर्ष 2017-18 के बजट में इसे शामिल कर क्रेडा से शत-प्रतिशत अनुदान की मांग की थी। लेकिन के्रडा ने गाइडलाइन के अनुसार 30 प्रतिशत अनुदान देने की बात कही। इसके बाद पालिका ने शासन स्तर पर भी गुहार लगाई, लेकिन बात नहीं बनी।
ज्ञात हो कि उद्यानों की लाइटें बहुत पुरानी हो चुकी हैं। वहीं संजय कानन पर लगी लाइटें बंद है। शहर के मध्य कई उद्यानों में लाइटें जलती नहीं हैं। सात बजे के बाद लोग उद्यान छोडक़र चले जाते हैं। मोती बाल उद्यान की स्थिति बहुत खराब हो गई है। लाइट नहीं जलने के कारण अब लोग वहां बैठते ही नहीं है । लाइट के साथ ही वहां के झूले व फिसलपट्टी भी टूट गए हैं।