नेहरू देवांगन ने बताया कि उसने फाइनेंस में तीन ट्रक, एक पोकलेन एवं एक कार खरीदी थी। प्रारंभ में उसका ट्रंासपोर्ट का व्यवसाय ठीक चला, लेकिन कुछ महीनों से उसका व्यवसाय ठप था। इसके कारण वह कई महीनों से किस्त जमा नहीं कर पाया है। फाइनेंस कंपनी के रिकवरी एजेंट किस्त के लिए परेशान कर रहे थे। इस बीच उसके ट्रकों के चक्के भी खराब हो गए और नए चक्के लेने के लिए उसके पास पैसा नहीं था। उसने बताया कि जब वह रायपुर से महासमुंद के रास्ते फिंगेश्वर परसदा अपने गांव जाता था तो वह ग्राम मोंगरा के पास खड़े हुए ट्रक को देखता था।
नेहरू देवांगन ने अपने यहां कार्य करने वाले ड्राइवर त्रिलोकी और एक अन्य ड्राइवर लुकेश विश्वकर्मा पिता राम शंकर (22) निवासी ग्राम गौरभाट थाना आरंग जिला रायपुर के साथ उक्त ट्रक को चोरी करने की योजना बनाई। तीनों नेहरू देवांगन की स्विफ्ट कार क्रमांक 04-6622 और एक हाइवा गाड़ी से रात को 12 बजे ग्राम मोंगरा पहुंचे। ट्रक को लेकर फिंगेश्वर, छुरा होते हुए ओडिशा के नुआपाड़ा जिले के ग्राम सनबहली आमानारा के जंगल में रखकर उसके चक्कों को निकालकर हाइवा गाड़ी में रखकर मंदिर हसौद आ गए।
चोरी के ट्रक से निकाले गए चक्कों को नेहरू देवागंन अपने हाइवा ट्रक में लगा लिया। उक्त ट्रक को बेचने के लिए ओडिशा और छत्तीसगढ़ के कई कबाडिय़ों से संपर्क किया था, लेकिन ट्रक को बेचने से पूर्व ही साइबर की टीम ने आरोपी नेहरू देवांगन पिता पुनुराम देवांगन (32) ग्राम परसदा थाना फिंगेश्वर जिला गरीयाबंद एवं त्रिलोकी धुव्र पिता ठाकुर राम (35) निवासी ग्राम बनपचरी थाना पटेवा जिला महासमुंद, लुकेश विश्वकर्मा पिता राम शंकर (22) निवासी ग्राम गौरभाट थाना आरंग जिला रायपुर को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों को ऐसे पकड़ा
१ अप्रैल को प्रार्थी ने थाना सिटी कोतवाली में सूचना दी कि ग्राम मोंगरा में खड़े ट्रक क्रमांक को कोई अज्ञात व्यक्ति चोरी कर ले गया है। प्रार्थी को चोरी गए ट्रक की इंजन नंबर और चेचिस नंबर याद नहीं था। इसकी वजह से प्रथम सूचना दर्ज करने में विलंब हो रहा था। फिर भी थाना कोतवाली की टीम लगातार पतासाजी कर रही थी। साइबर सेल और कोतवाली की संयुक्त टीम को सूचना मिली की ग्राम बनपचरी में एक ट्रक ड्रायवर ट्रक के टायर को बेचने की फिराक में घूम रहा है ।
उक्त सूचना पर मुखबिर की सहायता से उक्त व्यक्ति पर नजर रखना शुरू किया। जिससे यह बात सामने आई की त्रिलोकी जिसके यहां ड्राइवरी का काम करता है। वह फिंगेश्वर राजिम का रहने वाला है और ट्रक चोरी की रात को फिंगेश्वर महासमुंद मार्ग पर देखा गया था और वह कर्ज में डूबा हुआ है।