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महासमुंद

प्रतिबंध के बाद भी बाजार में धड़ल्ले से बिल रही प्रतिबंधित दवाइयां, हो रहा है लोगों के स्वास्थ से खिलवाड़

328 फिक्सड डोस कॉबिनेशन (एफडीसी) दवाइयों पर सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है।

महासमुंदSep 17, 2018 / 03:35 pm

Deepak Sahu

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प्रतिबंध के बाद भी बाजार में धड़ल्ले से बिल रही प्रतिबंधित दवाइयां, हो रहा है लोगों के स्वास्थ से खिलवाड़

सूत्रों के मुताबिक जिले में लगभग 100 से अधिक मेडिकल स्टोर्स में प्रतिबंधित दवाइयों का स्टॉक मौजूद है। हालांकि, शासन ने इस पर प्रतिबंध लगाने का कोई ठोस कारण नहीं बताया है।प्रतिबंधित की गई सूची में सर्दी, खांसी की मशहूर दवाएं भी शामिल हैं।गौरतलब है कि पहले भी सरकार ने दवाओं की बिक्री और वितरण पर रोक लगाई थी, जिसके खिलाफ दवा कंपनियां सुप्रीम कोर्ट चली गई। शहर व ग्रामीण इलाकों में सिरदर्द व पेटदर्द, खांसी होने पर लोग बिना डॉक्टर की सलाह के मेडिकल स्टोर में जाकर दवा खरीद लेते हैं। अब लोगों को ऐसी दवा लेने के पहले डॉक्टरों से सलाह लेनी पड़ सकती है।

पत्रिका टीम ने जब मेडिकल स्टोर में जाकर जानकारी ली, तो उन्होंने बताया कि हमें कोई आदेश नहीं मिला है।अभी भी हमारे पास इन दवाओं का स्टॉक मौजूद है।आगे एसोसिएशन का पत्र आने के बाद ही हम दवाइयों को वापस करेंगे। इधर, लोग मेडिकल स्टोर से दवाइयां खरीदकर अपने स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं।इसमें से अधिकांश दवाएं ऐसी हैं, दवा खाने तक इसका असर रहता है, लेकिन जैसे ही दवाएं छोड़ देते हैं, इसका साइड इफेक्ट भी दिखने लग जाता है।जिसका प्रभाव शरीर पर पड़ता है।इन दवाओं को टीवी पर ज्यादा प्रचार किया जाता है। इस वजह से इनके नाम याद रहते हैं और वे मेडिकल स्टोर में जाकर खरीदकर बिना सलाह के खा लेते हैं।

मेडिकल स्टोर में नहीं हैं फार्मासिस्ट

शहर की अधिकांश दवा की दुकानों में फार्मास्टि नहीं हैं। कई मेडिकल स्टोर में न तो रजिस्टर है और न ही किसी को बिल दिया जाता है।नियमों के विपरीत ग्राहकों को दवाइयां दी जा रही है।फार्मासिस्टों की जगह काम पर रखे गए कर्मचारी या अन्य दवा देते नजर आते हैं।इस संबंध में ड्रग ऑफिसर तृप्ति जैन ने बताया कि समय-समय पर हम मेडिकल स्टोर जाकर निरीक्षण करते हैं।खामियां पाए जाने पर कार्रवाई भी की जाती है।

जिला मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद चंद्राकर आज ही इस संबंध में एसोसिएशन की बैठक हुई है।जो दवाएं प्रतिबंधित हुई हैं और स्टॉक में हैं, उन दवाओं को कंपनी को वापस किया जाएगा।इसमें अधिकांश दवाएं मल्टीडोस वाली हैं, जिनमें सर्दी, खांसी, पेन किलर जैसी दवाएं हैं।

महासमुंद सीएमएचओ डॉ. एसबी मंगरूलकर ने बताया कि प्रतिबंधित दवाओं के संबंध में अभी तक शासन से कोई निर्देश पत्र प्राप्त नहीं हुआ है, लेकिन ऐसी सूचना मिली है। प्रतिबंधित दवाओं की लिस्ट भी हमें नहीं मिली है। लिस्ट मिलने के बाद ही मेडिकल स्टोर्स की जांच की जा सकती है।

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