इसके बाद दो शिक्षकों को अमलोर स्कूल में व्यवस्था में भेजा गया है। इसके लिए डीईओ कार्यालय से आदेश भी जारी हो गया है। गुरुवार को ज्ञापन सौंपने के लिए ग्रामीण और बड़ी संख्या में स्कूल के विद्यार्थी भी पहुंचे थे। जनपद सदस्य योगेश्वर चंद्राकर ने बताया कि अमलोर स्कूल में 8 से 10 आदिवासी ग्राम के बालक व बालिकाएं पढ़ाई करने के लिए आते हैं।
यहां एक भी शिक्षक नहीं होने से विद्यार्थियों की पढ़ाई लंबे समय से प्रभावित है। जानकारी के मुताबिक दो शिक्षकों के ट्रांसफर होने के बाद गांव के पढ़े-लिखे युवा ही बच्चों को पढ़ा रहे हैं। डीईओ बीएल कुर्रे ने बताया कि पहले दो शिक्षक थे, उनका ट्रांसफर हो गया है। दो शिक्षक को व्यवस्था में अमलोर के हाई स्कूल में भेजा जा रहा है।