सुबह दैनिक क्रिया से निवृत होने गए वार्डवासियों ने जब मृत युवक को लहूलुहान अवस्था में पड़ा देखा तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लिया तथा पोस्टमार्टम के लिए उसे शासकीय Hospital पहुंचाया। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही यह खुलासा हो पाएगा कि आखिर हत्या के पीछे क्या बड़ी वजह रही है।
जानकारी के अनुसार नगर में फुलवारीपारा के रहने वाला 37 वर्षीय बेणुधर मांझी फेरी लगाकर गांवों के हाट-बाजार में कपड़ा बेचा करता था। गुरुवार सुबह विरान बगीचे के अंदर उसका शव मिला तो नगर में हड़कंप मच गया। उसके ऊपर ताबड़तोड़ वार करने के बाद पेट में धारदार हथियार से उसकी निर्मम हत्या कर दी। पुलिस ने इस संबंध में हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। लेकिन अभी तक हत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस का मानना है कि आपसी रंजिश की वजह से हत्या की गई है।
पुलिस इस बारे में बेणुधर के परिजनों और आसपास के वाशिदों से पूछताछ कर रही है, जिससे पता चल सके कि इस वारदात के पीछे किसका हाथ था। नगर के बुद्धिजीवियों ने मांग की है पुलिस अधीक्षक तत्काल खोजी Dog के साथ क्राइम ब्रांच की टीम को घटनास्थल की गहन जांच के लिए भेजें। जिससे बेकसूर आदिवासी युवक बेणुधर के परिजनों को न्याय मिल सके। इस संबंध में जब मृतक बेणुधर की मां शकुंतला से पूछा तो उन्होंने कहा कि उसका लड़का गत रात्रि 8 बजे के बाद दुर्गा समिति की बैठक में जाने का बात कहकर घर से निकला था।
मोहल्लेवासियों का कहना है कि वह नशा नहीं करने वाला सीधा-साधा युवक था, उसकी किसी से रंजिश नहीं थी। इस घटना से उसके परिवार की वृद्ध मां अपने परिवार के सुरक्षा के प्रति मदद की गुहार लगाई है। घटना में हो सकता है कि दरिंदों ने क्राइम ऑफ पैशन यानी जुनूनी अपराध को अंजाम दिया होगा।
घटना से पत्नी बेसुध
इस घटना से बेणुधर की पत्नी परमेश्वरी बेसुध हालत में है। यदि कोई उनसे बात करता है तो वह कहती है कि क्या होगा, क्या देंगे आप लोग ? अगर कुछ करना है तो मेरे पति को वापस ला दो, नहीं तो जिन्होंने मेरे पति को मारा है, उनका कुछ करिए। आशंका व्यक्तइकी जा रही है कि दुर्गा समिति की दो घंटे तक चली बैठक में चंदा वसूली को लेकर कहा सुनी हुई थी।
इस घटना से बेणुधर की पत्नी परमेश्वरी बेसुध हालत में है। यदि कोई उनसे बात करता है तो वह कहती है कि क्या होगा, क्या देंगे आप लोग ? अगर कुछ करना है तो मेरे पति को वापस ला दो, नहीं तो जिन्होंने मेरे पति को मारा है, उनका कुछ करिए। आशंका व्यक्तइकी जा रही है कि दुर्गा समिति की दो घंटे तक चली बैठक में चंदा वसूली को लेकर कहा सुनी हुई थी।