ऑक्सीवन में रोपे गए पौधे पुख्ता सुरक्षा के इंतजाम के कारण पेड़ों की शक्ल ले रहे हैं। वहीं अन्य क्षेत्रों में रोपित पौधों की सुरक्षा के लिए वन विभाग ने ज्यादा प्रयास नहीं किया है। इस वर्ष भी जिले में वन विभाग ने 2960.916 हेक्टेयर में 4008602 पौधरोपण का लक्ष्य रखा है। नर्सरी में पौधे तैयार हो चुके हंै। बारिश शुरू होते ही पौधरोपण का अभियान शुरू हो जाएगा। वन विभाग के अनुसार इस वर्ष विभागीय योजना के तहत करीब 893 हेक्टेयर में 3,48,400 छायादार व फलदार पौधे रोपे जाएंगे। इसी प्रकार हरियर छत्तीसगढ़ कोष योजना के तहत बागबाहरा, पिथौरा सरायपाली एवं महासमुंद में 116.040 हेक्टेयर में 1166.06 पौधों का रोपण होगा। मुख्यमंत्री बांस बाड़ी योजना, मनरेगा, पादप बोर्ड, कैम्पा योजना के तहत 23 लाख पौधों का रोपण जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में किया जाना है। महासमुंद में धनसूली, महासमुंद एवं जलकी सहित पिथौरा 10, बागबाहरा 2, बसना 4 एवं सरायपाली में 15 स्थानों पर विभागीय मद से पौधरोपण होगा।
फैक्ट फाइल
योजना का नाम | हेक्टेयर में | पौधे की संख्या |
विभागीय योजना | 896.00 | 358400 |
हरियर छग कोष | 116.050 | 116606 |
हरियाली प्रसार | 000 | 120000 |
मुख्यमंत्री बांस बाड़ी | 0.000 | 35000 |
मनरेगा के तहत | 49.040 | 23788 |
पादप बोर्ड | 000 | 25000 |
कैम्पा मद से | 18990826 | 2249808 |
योग | 2960.916 | 4008602 |
महासमुंद वन विभाग के एसडीओ अतुल श्रीवास्तव ने कहा कि जिलेभर में 40 लाख 8602 पौधे रोपे जाएंगे। इसके लिए तैयारी की जा रही है। जैसे ही बारिश शुरू होगी, पौधरोपण का कार्य प्रारंभ किया जाएगा।