बसना जनपद के रुबर्न क्लस्टर चयनित ग्राम पंचायत लोहड़ीपुर के ग्रामीणों ने विगत दो वर्षों पहले पंचायत के आदेश पर स्वयं की राशि से शौचालय निर्माण किया ताकि अंतिम पंक्ति का गांव भी ओडीएफ बन सके। ग्रामीणों के सहयोग से तो ग्राम पंचायत ओडीएफ बन गया लेकिन ग्रामीणों को मिलने वाला प्रोत्साहन राशि अब तक नहीं मिल पाया है।
जानकारी देते हुए ग्रामीणों ने बताया कि कुछ हितग्राहियों को इट, रेत या फिर सीमेंट जरूर दिया गया था लेकिन लेबर मिस्त्री की मजदूरी का भुगतान अब तक नहीं हो पाया है। शौचालय बनाते तक ग्राम पंचायत के द्वारा आश्वासन दिया जाता रहा कि ओडीएफ घोषित होने के बाद शासन से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि 12 हजार रुपये दे दिया जाएगा लेकिन साल भर बीतने के बाद भी कई ग्रामीणों को शासन से मिलने वाली राशि का एक रुपये भी नही मिल पाया है।
ग्रामीणों का कहना है ग्राम पंचायत को ओडीएफ बनाने के लिए स्वच्छ भारत मिशन और मनरेगा योजना के तहत शौचालय बनाने चयनित हितग्राहियों ने शासन से प्रोत्साहन राशि नहीं मिलने पर कर्ज लेकर स्वयं की राशि से शौचालय बनाया है, कार्य पूर्ण कर ग्राम पंचायत को ओडीएफ भी कराया। ODF घोषणा के बाद क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व अधिकारियों ने ओडीएफ के नाम पर वाहवाही भी लूट ली लेकिन प्रोत्साहन राशि देने के नाम पर चुप्पी साधे हुए हैं।