हाथी प्रभावित गांव के किसानों के मुताबिक कुकराडीह बंजर हाथियों का सुरक्षित ठिकाना बन गया है। यहीं से हाथी गांव की तरफ रुख करते हैं और फसल बर्बाद कर फिर यहीं लौट आते हैं। कुकराडीह बंजर में हाथियों की मौजूदगी से एक दर्जन से अधिक गांव के लोग दहशत में रहते हैं। इसको देखते हुए कुकराडीह के लोगों ने बैठक आयोजित कर यह निर्णय लिया कि क्यों न हाथी की एक मूर्ति बनाई जाए। फिर मिलजुल कर कुकराडीह बंजर में जिस जगह से हाथी गांव की तरफ रुख करते हैं, उसी स्थान पर सीमेंट की पांच फीट की हाथी की एक मूर्ति बनाई है। पांच फीट का चबूतरा भी बनाया है। मंगलवार को कुकराडीह के लोग बंजर में एकत्रित हुए।
विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। ग्रामीणों को लग रहा है कि हाथी मूर्ति को देखकर नहीं आएंगे और किसानों की फसल को भी नुकसान नहीं होगा। ज्ञात हो कि पिछले तीन वर्ष से सिरपुर इलाके के 50 से अधिक गांव के लोग हाथियों के उत्पात से परेशान हैं। हो सकता है कुकराडीह के लोगों की हाथियों को रोकने की यह कोशिश कामयाब हो जाए और हाथी आबादी क्षेत्र में न आएं।