महासमुंद

धमतरी के मिलर्स उपार्जन केंद्रों से उठा रहे धान, मौसम बना खतरा

समर्थन मूल्य पर धान खरीदी बंद होने के बाद उपार्जन केंद्रों में अभी भी बोरों का पहाड़ लगा हुआ है।

महासमुंदFeb 11, 2019 / 03:45 pm

Deepak Sahu

Purchase of crop at support price

महासमुंद. समर्थन मूल्य पर धान खरीदी बंद होने के बाद उपार्जन केंद्रों में अभी भी बोरों का पहाड़ लगा हुआ है। करीब 16 लाख 50 हजार क्विंटल धान का उठाव शेष है। वहीं जिले के खरीदी केंद्रों से धमतरी के मिलर्स ने भी धान का उठाव शुरू कर दिया है। इससे समितियों को राहत मिल रही है।

महासमुंद जिले में लक्ष्य से अधिक 71 लाख 28 हजार क्विंटल धान की खरीदी हुई है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अधिक खरीदी दर्ज की गई। खरीदी केंद्रों से 25 लाख क्विंटल धान संग्रहण केंद्रों को भेजा गया है। वहीं 177 मिलरों ने 28 लाख 79 हजार क्विंटल उठाव किया है। इसके अलावा धमतरी के मिलर्स को भी डीओ जारी कर दिया गया है। खुले में रखे धान को बागबाहरा के संग्रहण केंद्रों में भी जमा किया जा रहा है। नोडल अधिकारी डीएल नायक ने बताया कि 10 लाख क्विंटल धान को धमतरी भेजा जाना है। धमतरी भेजने के लिए डीओ जारी हो गया है।

महासमुंद से 10 लाख क्विंटल धान को धमतरी भेजने से समितियों की मुश्किलें कम हो जाएंगी। गौरतलब है कि मौसम भी बदल रहा है और खरीदी केंद्रों में धान खुले में रखे हुए हैं। वहीं 714 मीट्रिक टन का डीओ जारी होना बाकी है। अब मिलर्स व ट्रांसपोर्टरों को उठाव के लिए डीओ जारी कर दिया गया है। आने वाले दिनों में उठाव में तेजी आएगी। वर्तमान में बेल्डीह, लंबर, पिरदा, जाड़मुरा, कुहरी, खोटली, बिरकोनी, तनकेना, बसकरापाली के खरीदी केंद्रों में जाम के हालात है। यहां परिवहन नहीं होने की वजह से धान जाम हैं। जिले के लगभग 1 लाख 12 हजार किसानों ने धान बेचा है। जिले में कुल पंजीकृत किसान 1 लाख 17 हजार हैं। लगभग 5 हजार किसान अपना धान नहीं बेच पाए हैं।

 

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