हाथी भगाओ फसल बचाओ समिति के संयोजक राधेलाल सिन्हा ने बताया कि ग्राम खड़सा में पूर्व माध्यमिक तक पढ़ाई होती है। हाईस्कूल की पढ़ाई के लिए खड़सा के बच्चे लहंगर आते हैं। ग्राम लहंगर के बच्चों को हाईस्कूल के बाद हायर सेकंडरी की पढ़ाई के लिए सिरपुर जाना पड़ता है। स्कूल जाने के रास्ते में कई बार स्कूली बच्चों का सामना हाथियों से हो चुका है। तब से डरे सहमें स्कूल पहुंचते हैं। बच्चों के पालक भी भयभीत रहते हैं। जानकारी के अनुसार सोमवार को खड़सा व लहंगर के बीच 2 हाथी ने स्कूली बच्चों का रास्ता रोक लिया। जंगली हाथियों को देख बच्चे डर गए और अपनी जान बचाकर गांव की ओर भागने लगे।
गांव पहुंचकर बच्चों ने जब हाथी आने की जानकारी दी, तो हडकंप मच गया। इसकी जानकारी राधेलाल सिन्हा, उप सरपंच मन्नुराम यादव तथा पंच रमेश वर्मा को दी गई। वे सभी बच्चों से मिलने गांव पहुंचे। फिर बच्चों को छोडऩे वाहन की व्यवस्था की। बच्चों को सुरक्षित स्कूल तक पहुंचाया गया। इधर, ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग हाथियों को संरक्षित क्षेत्र में गमन कराने में लाखों रुपए बर्बाद कर चुका है, हाथी यहां से नहीं जा रहे हैं।