पुलिस हिरासत में जमीन में बैठे यह सभी लोग फर्जी दरोगा और उसके साथी है। यह सभी नेशनल हाइवे में अपनी पुलिस लिखी स्कार्पियो गाड़ी के साथ ओवरलोड ट्रकों को बॉर्डर पार कराने के नाम पर अवैध वसूली करते थे । यह लोग अपनी गाड़ी में आगे पुलिस की कैप रख कर रुआब झाड़ते थे । ट्रक ड्राइवर हूटर लगी और पुलिस लिखी गाड़ी में दरोगा की कैप देख कर इन्हें असली पुलिस मान कर मोटी रकम दे देते थे। इनके गिरफ्तार होने के बाद अपर पुलिस अधीक्षक ने भी माना कि यह गैंग पुलिस की टोपी और पुलिस लिखी गाड़ी का दुरुपयोग करते थे ।
महोबा ज़िले के कबरई कस्बे में तकरीबन 500 स्टोन क्रेशर है जिनसे पूरे प्रदेश में गिट्टी की सप्लाई होती है । इन्ही गिट्टी लदे ओवरलोड ट्रकों से अवैध वसूली करने के लिये विनय सिंह नाम के एक युवक ने अपना गैंग बना कर खुद फर्जी दरोगा बन गया था और ट्रकों से अवैध वसूली का खुला खेल खेला जा रहा था जिसको कबरई थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर के इस फर्जी दरोगा गैंग का भांडा फोड़ दिया है। वही सूत्रों की माने तो यह फर्जी दरोगा पुलिस के एक उच्च अधिकरी के संरक्षण में यह अवैध वसूली का खेल खेल रहा था । अब कबरई थाने की पुलिस इस फर्जी दरोगा और उसके साथियों से पूछताछ कर रही है जिसके बाद एक पुलिस अधिकारी का नाम भी सामने आ सकता है।
कबरई पुलिस की हिरासत में बैठे फर्जी दरोगा के साथ नकली पुलिस जवान कबरई विकास खंड के सुरहा गांव के रहने वाले है। इनकी माने तो यह अपने चाचा की पुलिस केप सरकारी पिस्टल ओर पुलिस का पीए सिस्टम (पब्लिक एड्रेस सिस्टम) लगाकर स्कार्पियों कार में सवार होकर देर रात सड़कों पर निकलते थे। पुलिस सूत्रो की माने तो यह खेल महोबा जिले में तैनात एक बड़े पुलिस अफसर की मिलीभगत के चलते फल फूल रहा था।