शासन और प्रशासनिक तंत्र से नाराज साधु ने आगामी लोकसभा चुनाव में देश के नेताओं को प्रकृति के प्रकोप में विस्फोट की तरह उड़ जाने की धमकी दे डाली साधु यही नहीं रुका उसने कहा कि जिस तरह छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने बीजेपी विधायक को विस्फोट में उड़ा दिया है वैसे ही अब झूठे फरेबी नेताओ की दुर्दशा होने वाली है। विगत सात वर्षों से ढाई सौ गौवंशो की निस्वार्थ सेवा कर रहे साधु ने आज बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी को जमकर खरी खोटी सुना उन्हें कार्यालय से भागने को मजबूर कर दिया।
महोबा बीजेपी कार्यालय में हाथो में कागजो के पोलन्दों को लेकर नेताओं और प्रशासनिक तंत्र के उपेक्षा के शिकार साधु का गुस्सा सातवें आसमान पर था। बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी द्वारा मोदी और योगी के द्वारा चलाई जा रही तमाम योजनाओं का बखान चल रहा था। साथ ही सपा बसपा और कांग्रेस पर भ्रस्टाचार को लेकर चुनावी तंज कसे जा रहे थे तभी अचानक महोबा जिले के महोबकंठ थाना क्षेत्र के चौका शौरा का रहने वाला दयाशंकर कौशिक नामक गौवंश रक्षक साधु आ पहुंचा और उसने गौवंश के रखरखाव को लेकर नेताओं-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उनसे कई बार मदद की गुहार लगाई कहा कि जो उपजाऊ जमीन को खनिज माफिया और भूमाफिया मिलकर नेस्त नाबूद करने पर तुले है और गोवंश गली- गली घूमने पर मजबूर है।
दरअसल साधु पिछले कई वर्षों से पुलिस द्वारा कसाई से छुड़ाई गायों की सेवा कर रहा है। मगर इनके रखरखाव के लिए आज तक उसे कोई सरकारी मदद तक नहीं मिली। इसी बात से नाराज साधु आज बीजेपी के कार्यालय पहुंच गया जहां बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी मीडिया से मुखातिब थे इस बीच साधु ने भी गायों की दुर्दशा पर सवाल किया तो प्रदेश प्रवक्ता उसे नजरअंदाज करने लगे यहीं नहीं साधु का उपहास भी किया गया। नाराज साधु भड़क गया और बीजेपी पर जमकर बरसा। साधु ने प्रदेश प्रवक्ता को खरी खोटी सुनाई। एक घंटे तक चले इस ड्रामे के बाद प्रदेश प्रवक्ता बीच कार्यक्रम से ही चले गए।
साधु ने पत्रकारों को बताया कि उनका मजाक उड़ाया गया। योगी और मोदी को सुधरने तक की नसीहत साधु ने दें डाली। वहीं इस पुरे मामले को लेकर प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि साधु का कोई अपमान नहीं हुआ जब खुद सीएम साधु है। साधु मान सम्मान से परे होता है उनका कोई अपमान नहीं हुआ है। गायों को धर्म के लिए बीजेपी काम कर रही है।