देश मे दिन प्रतिदिन पेट्रोल-डीजल और गैस की बढ़ती कीमतों के खिलाफ कांग्रेस सहित तमाम राजनीतिक संगठनों ने केंद्र और प्रदेश की बीजेपी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस, सपा, बसपा ने महागठबंधन के नारों के साथ अपनी आवाज बुलंद कर जमकर नारेबाजी की। सभी विपक्षी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने 19 सूत्रीय मांगों को लेकर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा है। बीजेपी के खिलाफ सभी विपक्षी दल एक सुर में बोलते नजर आये !
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के आवाहन पर बीजेपी सरकार के खिलाफ सभी राजनीतिक दलों ने एकजुट होकर भारत बन्द का आवाहन किया था। महोबा जिले की सदर तहसील में सपा, बसपा और कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक दलों ने जमकर बीजेपी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
कांग्रेस ने आल्हा चौक चौराहे से विरोध प्रदर्शन शुरू कर बीजेपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पेट्रोल, डीजल, गैस की बढ़ती कीमतें और राफेल घोटाले सहित 16 सूत्रीय मांगों को लेकर बीजेपी को घेरा। विपक्ष ने आरोप लगाया कि बीजेपी की मौजूदा सरकार जातिवाद ओर साम्प्रदायिकता के आधार पर देश को बांटने का प्रयास कर रही है। रोज मर्रा की चीजें दिन प्रतिदिन महंगी होती जा रही है। जबकि पीएम मोदी ने कहा था कि देश मे बढ़ती मंहगाई को कंट्रोल कर सस्ती चीजे उपलब्ध कराई जाएगी। मगर बीजेपी सरकार गरीब व्यक्ति की थाली से भोजन छीन अमीरों को और अमीर बनाने में जुटी है।
रसोई गैस, डीजल और पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोत्तरी से आम आदमी की कमर टूट चुकी है। तहसील में प्रदर्शन के बाद सभी विपक्षी दलों ने राज्यपाल को सम्वोधित ज्ञापन एसडीएम को सौपा।
इस मौके पर सपा के पूर्व मंत्री सिद्घोपाल साहू ने बीजेपी पर जमकर प्रहार किया। वहीँ सपा के नेता रोशन छोटे मियां ने भी बीजेपी सरकार पर निशाना साधा और कहा वर्तमान सरकार आमजन विरोधी है। अब व्यापारी, छात्र और नौजवान, किसान सपा के इस विरोध प्रदर्शन और बंद में शामिल हैं। वहीँ कांग्रेस के नेता श्रवण लल्लू साहू और धूराम चौधरी ने भी बीजेपी सरकार को जमकर कोसा।