महोबा में सिर्फ चार फुट जमीन के विवाद में दबंग पड़ोसियों ने एक बुजुर्ग को मौत के घाट उतार दिया। बुंदेलखंड में जमीनी विवाद कब खून खराबे में बदल जाए कहां नहीं जा सकता। इस मामले में पुलिस की लापरवाही भी देखने को मिली है। यदि समय रहते जमीन के विवाद को पुलिस सुलझा देती तो शायद एक बुजुर्ग की मौत न होती। दरअसल ये घटना महोबा जिले के अजनर थाना क्षेत्र की है। यहां के ग्राम बछेछर कला में रहने वाले नथुआ का पने ही पड़ोसियों से दरवाजे के बाहर छोटे से जमीन के टुकड़े को लेकर पुराना विवाद चला आ रहा है। इसी जमीन पर नथुआ शौचालय का निर्माण करा रहा था। तभी पड़ोस में रहने वाला कृपाल और उसके पुत्र शौचालय निर्माण का विरोध करते हुए गाली गलौच करने लगा। देर रात सभी इकठ्ठा होकर आये और मकान की दिवार गिरा दी और जमकर उत्पात मचाया। मृतक के पुत्र महिपाल का कहना है कि घर में घुसकर आ गए और रखे पैसे भी ले गए। जिसकी शिकायत पुलिस से भी की गई मगर पुलिस ने मामले में कोई गंभीरता नहीं दिखाई। जिससे दबंगों का और हौंसला बढ़ गया। सुबह तड़के जब वृद्ध नथुआ अपने पुत्र महिपाल के साथ शौंच करने के लिए अपने खेत पर गया था तभी कृपाल सहित आधा दर्जन लोग इकठ्ठा होकर आ गये सभी के हाथों में लाठी डंडे और कुल्हाड़ी थी। पहले तो दबंगों ने महिपाल को पकड़ कर पीटा किसी तरह महिपाल खुद को बचाकर भाग गया मगर बुजुर्ग नथुआ को दबंगों ने दबोच लिया और जमकर मारा पीटा। बुजुर्ग पर कुल्हाड़ियों से भी प्रहार किया गया। दिनदहाड़े दबंगों की दबंगई की सुचना मिलते ही गांव के लोग बचाने के लिए दौड़ पड़े। सभी आरोपी घटना को अंजाम देकर फरार हो गए। खून में लथपथ बुजुर्ग को तड़पता देख उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया जहाँ उसकी मौत हो गई। मृतक का पुत्र महिपाल बताता है कि सिर्फ चार फिट जमीन के लिए उनके पिता की हत्या कर दी गई। सुचना पर पहुंची पुलिस ने जिला अस्पताल पहुँच कर शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटन से मृतक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
सुबह तकड़े हुई हत्या से पुलिस भी सकते में आ गई। इस मामले में भले ही पुलिस की लापरवाही देखने को मिली हो लेकिन हत्या के बाद पुलिस ने तेजी दिखाते हुए नामजद चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सीओ कुलपहाड़ वंशनारायण सिंह बताते है कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर चार को गिरफ्तार किया है। जाँच की जा रही है जो भी दोषी जाँच में आएगा उसकी भी गिरफ़्तारी की जाएगी। बहरहाल भले ही पुलिस ने हत्या के नामजद चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हो लेकिन यदि समय रहते पुलिस रात में ही इस मामले को निपटा लेती तो एक बुजुर्ग की हत्या न होती।