महोबा जिले में कुलपहाड़ तहसील के इस जनतंत्र इंटर कालेज में उन सभी 90 लोगों को क्वारेंटीन किया गया है, जिनको रात में एक कंटेनर ट्रक छोड़ कर भाग गया था। जिला प्रशासन ने इन सभी को खाना खिला कर इनके स्वास्थ्य की जॉच शुरू करवा दी है। डॉक्टरों की टीम इनकी जांच कर संक्रमण का पता लगा रही है।
महोबा के झांसी- मिर्जापुर हाइवे पर कंटेनर ट्रक द्वारा छोड़े गये सभी 90 मजदूर 3 दिन पहले महाराष्ट्र से एक कन्टेनर में बैठकर झांसी पहुंचे थे। जहाँ पुलिस चेकिंग के दौरान उन्हें पकड़ लिया गया था। झांसी जिला प्रशासन ने सभी मजदूरों को कोरोना संक्रमण के चलते पंडित दीन दयाल उपाध्याय आवासीय विद्यालय में क्वारन्टीन किया था। इनका कहना है कि बीती रात विद्यालय में तैनात कर्मचारियों ने लाठी डंडों के बल पर हम सभी को एक कन्टेनर में बैठा दिया था। जिसने हम सभी मजदूरों को झांसी से हमारे गृह जनपद सिदार्थनगर पहुंचाने के नाम पर 3 हजार से 5 हजार रुपये किराए के नाम पर वसूल लिए और ट्रक कंटेनर उन्हें रात के अंधेरे में सुनसान सड़क पर महोबा के पास छोड़कर भाग निकले हैं। हम सभी बेहद परेशान हैं।
देश में सबसे ज्यादा संक्रमित महाराष्ट्र से एक साथ 90 मजदूरों के पहुंचने से महोबा जिला प्रशासन सहित आसपास के जिलो में हड़कम्प मचा हुआ है। अगर यह कोरोना पॉजिटिव पाये गये तो अभी तक एक भी संक्रमित ना पाये जाने से ग्रीन जोन वाले बुंदेलखंड का क्या होगा। यह भगवान ही जानता है।