महोबा शहर कोतवाली के दिसरापुर निवासी भूप सिंह राजपूत बीते एक वर्ष से हत्या के मामले में जिला उपकारागार में सजा काट रहा था। बीते दिनों कैदी की जेल में ही अचानक मौत हो गई । भूप सिंह की तबियत काफी दिनों से खराब चल रही थी मगर उसका इलाज नही करवाया जा रहा था जिसको लेकर भूप सिंह की तबियत लगातार बिगड़ती जा रही थी। बीते 5 सितम्बर को भूप सिंह को सुबह सीने में फिर दर्द उठा था इलाज के लिये भूप सिंह जेल अस्पताल पहुँचा और वही बेहोश हो गया।जेल प्रशासन मामले को समझ पाता कि उससे पहले ही भूप सिंह ने दम तोड़ दिया इस मामले में परिजनों ने भूप सिंह के शव को सड़क पर रखकर जोरदार प्रदर्शन किया और जेलर को बर्खास्त करने की मांग करने लगे। भूप सिंह की मौत को परिजनों ने जेल प्रशासन की लापरवाही बताया है । तहसील परिसर में परिवार सहित ग्रामीण अनशन पर बैठे है । परिवार के लोगो का आरोप है कि मृतक के साथ जेल में मारपीट की गई और उन्हें प्रताड़ित किया गया । जिससे उनकी मौत हुई है । इसमें महोबा जेलर दोषी है । जेलर की लापरवाही से ही मौत हुई है । जेलर को बर्खास्त किया जाए और उसके खिलाफ कार्यवाही की जाये ।