भारतीय किसान यूनियन का कहना है कि तमाम किसानों की भूमि अर्जुन सहायक परियोजना बांध व नेहर नाले में अधिग्रहण कर ली है। बैनामा करते वक्त किसानों को यह दिलासा दिया गया था, कि उन्हें चार गुना मुआवजा दिया जायेगा, लेकिन अभी तक किसानों को एक गुना मुआवजा देकर तीन गुने मुआवजे की बात तक नहीं की जा रही है। यूनियन का कहना है कि जिन किसानों की भूमि अधिग्रहण हुयी वह सब संक्रमणीय भूमिधर थे, जिन गांवों में किसानों की भूमि अधिग्रहण की गयी है, उनमें कबरई, धरौन, अलीपुरा, गंज, झिलसहेबा, बगरौन अकटौहां, चरखारी, इमली खेड़ा, विजय पुर, रिछा, भरवारा, बहादुर पुर, आदि गांवों की जमीने शामिल है।
अधिग्रहित भूमि करते वक्त अधिकारियों ने यह किसानों को आश्वासन दिया गया था कि अभी एक गुना मुआवजा ले लें और बाद में जमीनों का चार गुुना मुआवजा लिया जायेगा। लेकिन अधिकारी, अपने किये गये वादें से मुकर रहे है और अब वह किसानों की बातों पर ध्यान भी नहीं दे रहे है। इसी मांग को लेकर शहर के अम्बेडकर पार्क में भारतीय किसान यूनियन के बैनर चले किसानों द्वारा धरना शुरू किया गया है, भारतीय किसान यूनियन के हमीरपुर जिलाध्यक्ष निरंजन सिंह राजपूत कहते है, कि किसानों की हक की लड़ाई लड़ी जायेगी और जब, तक किसान, किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं होता यह आर, पार लड़ाई जारी रहेगी।
यूनियन का कहना है कि अधिशाषी अभियंता सिंचाई विभाग द्वारा 11 मार्च 2014 और इससे पहले 11 नवम्बर 2013, के अलावा वर्ष 11, 12, 13 व 14 में किसानों को कोई सूचना दिये बगैर चार गुना मुआवजे की लालच देकर जमीन अधिग्रहण कर ली गई और बढ़ा हुआ सर्किल रेट अब, तक नहीं दिया गया, यूनियन का कहना है कि सिंचाई विभाग अपने किये गये वादें से मुकर रहा है और वह अपने किये वादें पर खरा नहीं उतर रहा है इसी बात को लेकर किसान नाराज हो चुके है और बड़े सर्किल रेट का मुआवजे की मांग को लेकर वह धरने पर चले गये है। धरने पर कमलेश, हीरालाल, लक्ष्मण, मथुरा, ईश्वर दास, ओमप्रकाश, भूरी, रामबाई, राम किशुन, विद्या, छोटेलाल, पंचा, जय राम जवाहर लाल, भोला, लल्लू, दीनदयाल, मोती लाल आदि किसान यूनियन के बैनर तले धरने पर बैठे है।