एसओजी प्रभारी भूपेंद्र सिंह ने बताई कैसे किया इंटरनेट कॉल को ट्रेस महोबा जिले में पुलिस टीम की ओर से आईटी एक्सपर्ट और एसओजी प्रभारी भूपेंद्र सिंह ने पत्रिका से बातचीत में बताया कि, इंटरनेट के द्वारा कॉल पर जिस व्यापारी को धमकी दी गई थी। उसके साथ हमने हर एक मूवमेंट पर ध्यान दिया। लेकिन कुछ समझ नहीं आया। हमने उसके जानने वाले और अन्य लोगों से लेन देन का भी ब्योरा जुटाया। लेकिन कुछ समझ नहीं आया। आम तौर पर मोबाइल नंबर से लोगों को पकड़ना आसान होता है। लेकिन इसने एप आ इस्तेमाल किया था। इसलिए मुश्किल हो रहा था। फिर व्यापारी का सीडीआर निकालकर उस कंपनी से संपर्क किया, जिस कंपनी के सर्वर पर ये एप चल रहा था। वहाँ से हमें एप डाउन लोड करने वाली ई मेल और मोबाइल की जानकारी हुई। इंटरनेट लॉग निकलवाकर उसे देखा गया, फिर जिसके बाद इसे पकड़ा गया।
पुराने प्राइवेट बस स्टैंड के पास संचालित लख्मी मार्बल हाउस के मालिक से 16 अगस्त पहले लेटर के माध्यम से बदमाश ने फिरौती मांगी। फिरौती मँगवाने वाले बदमाश ने अपने मोबाइल में इंटरनेट कॉल करने के लिए “कॉल फ्री एप” डाउनलोड किया था। जिसमें धमकी देते हुए पैसा नही मिलने पर जान लेने तक की बात कही गई थी।
फिरौती और जान से मारने की कॉल आने पर व्यापारी ने एसपी को इसकी सूचना दी। शहर कोतवाली की भटीपुरा चौकी पुलिस और सर्विलांस टीम सहित एसओजी को फिरौती मामले से जुड़ी छानबीन की जिम्मेदारी सौंपी गई।
इस पर सर्विलांस टीम ने अहम भूमिका निभाते हुए आरोपी के इंटरनेट कॉल को ट्रेस किया। एसओजी टीम और भटीपुरा चौकी पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए महोबा शहर के लवकुश नगर तिराहे के पास से इस शातिर बदमाश विकास राजपूत को गिरफ्तार कर लिया। राजपूत महोबा शहर के ही नया पुराने नैकाना का रहने वाला बताया जा रहा है।
जिस मोबाइल से कॉल किया गया था, वो मोबाइल और एप्लिकेशन बरामद कर ली गई है। साथ ही पहले भेजे गए धमकी के लेटर की कॉपी भी मोबाइल में मिली है। इस खुलासे पर महोबा पुलिस अधीक्षक ने टीम की हौसला बढ़ाया। साथ ही क्षेत्रीय व्यापारियों में बदमाश के पकड़े जाने से सुकून महसूस किया है।