दरअसल प्रशासन ने बच्चे को बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन बच्चे को निकालने में प्रशासन को 22 घंटे लगे और उसकी जान न बचा सका। घनेन्द्र उर्फ बाबू को एनडीआरएफ की टीम ने 22 घण्टों की कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाल लिया है पर बच्चे के शरीर में कोई हरकत न होने से बच्चे को इलाज के लिए लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया लेकिन जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। चार साल मासूम बच्चा घनेन्द्र उर्फ बाबू बुधवार दोपहर खेत मे खेलते वक्त 30 फिट गहरे बोरवेल में जा गिरा था, जिसे 22 घण्टों बाद गुरूवार को एनडीआरएफ ने सुबह साढ़े 8 बजे 39 फुट गहरी टनल बना कर बोरवेल से बाहर निकाल लिया है।
महोबा जिले में कुलपहाड़ थाने के बुधौरा गांव के रहने वाले किसान भागीरथ कुशवाहा अपनी पत्नी क्रांति देवी और 4 साल के बेटे घनेन्द्र उर्फ बाबू के साथ खेतो में काम करने गए थे, जहां दोनों पति, पत्नी खेत मे पानी सिंचाई करने लगे और चार साल का घनेन्द्र खेलते हुए खुले पड़े बोरवेल में जा गिरा था। बच्चे की आवाज सुनकर उसके मां, बाप बोरवेल के पास पहुंचे तो उनकी चीखे निकल पड़ी। इनके रोने की आवाज सुन कर खेतों में काम कर रहे तमाम किसान बोरवेल के पास जमा हो गए थे और फिर सूचना पा कर पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई थी।