विवरण में बताया गया है कि नगर के सोहरयांव वार्ड निवासी 70 वर्षीय किसान बस्सू यादव अपने खेतों की रखवाली कर रहा था। परिजनों का कहना है कि खेत की रखवाली करते समय सर्दी की चपेट में आने से हालत बिगड़ गई। सर्दी से बचाव के लिए वृद्ध किसान ने आग का सहारा लिया लेकिन आग ताप रहे किसान की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पिता को खाना देने खेत पहुंचे बेटा ने पिता की हालत देखी को उसके होश उड़ गए। आग में गिरने से किसान गंभीर रूप से झुलस गया था। आनन-फानन में गंभीर अवस्था में किसान को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया जहां चिकित्सकों के द्वारा मृत घोषित कर दिया गया है।
घटना से परेशान किसान के पुत्र भारत का कहना है कि बड़े भाई संतोष की मौत पहले ही हो चुकी है। 22 बीघा भूमि में परिवार का भरण पोषण किया जा रहा था। प्राकृतिक आपदाओं के कारण इलाहाबाद बैंक से तीन लाख रूपया का किसान क्रेडिट कार्ड बनवाया गया था। जो बढ़कर चार लाख नब्बे हजार तक पहुंच गया है। मृतक के पुत्र का आरोप है कि शाखा प्रबंधक के द्वारा पैसा जमा करने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। जिससे पिता परेशान रहते थे। घटना ने बुंदेलखंड में किसानों की दशा को उजागर कर दिया है।