महोबा शहर के समदनगर इलाके में रहने वाली इस महिला शांति को देखिए इस की मानें तो यह अपने परिवार के किसी भी सदस्य का विकेसिनेशन नहीं कराना चाहती। महिला कहती है कि उसे डर है कि कहीं वैक्सिनेशन होने के बाद उसके घर में कोई जनहानि ना हो जाए। यहीं नही वो कहती है कि यदि कोई वेक्सिनेशन करने उसके घर आया तो अच्छा नही होगा। इस कदर वैक्सीनेशन को लेकर उसके मन मे वहम और डर है कि व्यक्ति के वैक्सीन लगने के बाद उसकी मौत हो सकती है।
ऐसा ही कुछ हाल बजरिया में रहने वाले इस रिक्शा चालक वसीम का। वसीम कहते हैं कि वह दिन रात मेहनत करके अपने परिवार के लिए लिए दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करता है ऊपर से इस कोरोना महामारी में वह खासा परेशान और हताश है। वहीं सरकार का वेक्सीनेशन भी उसे रास नहीं आ रहा। वह भी ना तो खुद वेक्सिनेशन कराना चाहता है और ना ही अपने परिवार के किसी सदस्य का वैक्सीनेशन होने देगा। दरअसल उसका मानना है कि वेक्सिनेशन होने से लोगों की मृत्यु हो रही है। इसलिए वह भी डरा हुआ है। वहीं दूसरी तरफ कोरियर सर्विस के पाटकर बताते हैं वेक्सिनेशन के नाम पर स्वास्थ्य विभाग सिर्फ खानापूर्ति चल रही है। वेक्सीनेशन से पहले लोगों का स्वास्थ्य चेकअप करना चाहिए उसके बाद टीका लगना चाहिए यहीं वजह है कि उन्होंने भी वैक्सिनेशन नहीं कराया।