– भीषण ठंड में चारा न मिलने से गोवंशों की मौत की आशंका
– गौवंशो की मौतों से ग्रामीणों में भारी आक्रोश
– ग्राम सचिव पर लापरवाही का आरोप
– जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी
– ग्राम पंचायत सचिव अंकिता सिंह पर गोवंशों को भूसा नही भिजवाने का आरोप
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महोबा. भीषण ठंड में आमजनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इस ठंड में कई लोगों की जान जा चुकी है। जब इंसान का ही ये हाल है, तो उन गोवंशों का क्या, जिन्हें देखभाल के लिए गौशाला में तो रखा गया लेकिन उनकी देखरेख आज भी एक बड़ा सवाल बन गई है।
महोबा में कबरई विकासखंड के रैपुरा खुर्द गांव में ग्राम पंचायत सचिव की लापरवाही के चलते 22 से अधिक गोवंशों की मौत हो गई है। ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत सचिव अंकिता सिंह पर गौशाला की अनदेखी का आरोप लगाया। ग्राम पंचायत की गौशाला में गोवंशों की मौत से आहत ग्रामीणों ने एकजुट होकर जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम ने मौके पर पहुंच मामले की जांच के आदेश दिए।
कबरई विकासखण्ड के रैपुरा खुर्द में कुछ दिनों पूर्व ग्राम प्रधान रतीराम की गौशाला निर्माण के दौरान ट्रैक्टर ट्राली में दबकर मौत हो गयी थी। इसके बाद ग्राम पंचायत की देखभाल ग्राम सचिव अंकिता सिंह कर रही थीं। मगर गौशाला में गोवंशों के रखरखाव से लेकर खानपान की व्यवस्था में घोर लापरवाही बरती जा रही थी। नतीजतन भीषण ठंड और बारिश के चलते मवेशियों की जान पर बात बन आई।
ग्रामीणों में भारी आक्रोश गोवंशों की मौत से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। गौशाला में चारों तरफ मृत गोवंशों की लाश से गंदगी फैलने लगी है। यहीं नहीं कई अचेत पड़े और मृत पड़े गौवंशो को आवारा जानवर अपना निवाला बनाते हैं। गौवंशों की इस दुर्दशा पर ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी। उन्होंने ग्राम पंचायत सचिव पर गोवंशों के लिए चारा नहीं भिजवाने का आरोप लगाया।
मामले की सूचना मिलते ही एसडीएम सदर देवेंद्र कुमार ने घटना की जांच के आदेश दिए। सदर एसडीएम ने बताया कि पांच से सात गोवंशों की शुक्रवार को मौत हुई। इससे पहले भी कुछ आवारा जानवरों की मृत्यु हो गई थी। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन मृत गोवंशों की कम संख्या बता रहे हैं। भीषण ठंड में भूसो के अभाव में 22 से अधिक गोवंशों की मौत हो चुकी है।