जानलेवा हमले को लेकर जिला प्रशासन खासा सख्त
महोबकंठ थाना क्षेत्र के कोहनियां गांव मे अवैध तरीके से बालू निकासी की शिकायतों पर वन विभाग की टीम 20मई को जांच हेतु गई थी आरोप है कि तभी बालू माफिया धन्नी कुशवाहा , परशुराम, महेन्द्र, हरदयाल सहित आठ लोगो ने वन कर्मियों की टीम पर हमला बोल दिया। इस हमले में वन कर्मी मुश्ताक को गम्भीर चोटें आई। दरअसल अवैध बालू के परिवहन को रोकने के लिए वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी। टीम पर संगठित बालू माफियाओं ने पहले तो लाठी डंडो से मारपीट की इसके बाद सरकारी वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। खौफ फैलाने के लिए माफियाओं के द्वारा हवाई फायरिंग भी की गई थी। सरकारी टीम पर हुए जानलेवा हमले को लेकर जिला प्रशासन खासा सख्त था।
गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज
इस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में पुलिस की सक्रियता देखने को मिली है सीओ कुलपहाड़ अब्दुस्सलाम के नेतृत्व में एक टीम गठित कर बालू माफियाओ की गिरफ्तारी के लिए दबिस दी गई। मुखबिर की सूचना पर लहचूरा नहर के पास जब पुलिस ने दबिस दी तो चार आरोपी धन्नी,परसुराम, महेन्द्र, हरदयाल पुलिस गिरफ्त में आ गए। इनके पास से दो 315 बोर के तमंचे और कारतूस बरामद किए गए हैं। यही नहीं वन विभाग की टीम से लुटे गए 1750 रुपये भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। अभी भी चार आरोपी पुलिस गिरफ्त से फरार बताये जा रहे हैं।
गिरफ्तार कर कार्य कुशलता का परिचय दिया
इस पूरे मामले को लेकर एसपी एन कोलांची ने बताया कि पकड़े गए चारो आरोपियों का पुराना आपराधिक इतिहास भी है। महोबकंठ पुलिस टीम ने कम समय मे आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्य कुशलता का परिचय दिया है। बहुत जल्द फरार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।