बेटे ने बताया- पिता को नहीं थी कोई बीमारी- मामला महोबा शहर कोतवाली के दिसरापुर ग्राम का है। जहां रहने वाला मृतक भूप सिंह (55) हत्या के मामले में उपकारागार में आजीवन कैद की सजा काट रहा था। मृतक के पुत्र का कहना है कि मैं अपने पिता से कल मिलने गया था। तब उन्हें किसी भी तरह की बीमारी नहीं थी और न ही मेरे पिता ने बीमारी आदि की बात मुझे बताई थी। कल मिलने के दौरान मेरे पिता पूर्णत्या स्वस्थ्य थे, लेकिन आज सुबह 8 बजे जेल से मेरे पास फोन आया कि आपके पिता की मृत्यु की हो गईं है। मुझे यह भी बताया गया कि मेरे पिता का शव जिला अस्पताल के मर्चरी हाउस में रखा हुआ है। मुझे अंदेशा है कि मेरे पिता की जेल में हत्या कर दी गयी है। हम लोंगो की मांग है कि मेरे पिता का शव का पोस्टमार्टम 3 डॉक्टरों का पैनल बनाकर करवाया जाए और पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई जाए।
शरीर पर दिखाई चोटों के निशान- मृतक के परिजन कहते हैं कि शरीर पर चोट के निशान किसी अनहोनी की तरफ इशारा कर रहे हैं। मृतक के शरीर पर चोट और पिटाई के निशान बने हुए हैं। आक्रोशित परिवार के लोगों ने हाईवे जाम कर जमकर हंगामा किया, तो वहीं इस बीच परिजनों की पुलिस से भी झड़प देखने को मिली है। महिला पुलिस और परिजनों के बीच धक्का मुक्की और मारपीट भी देखने को मिली। परिजनों ने जेलर के खिलाफ कार्यवाही की मांग करते हुए पूरे मामले की सीबीआई जाँच कराने की मांग की।
सदर विधायक ने दिया परिवार को आश्वासन- परिजनों द्वारा शव रखकर हंगामा किये जाने और सड़क जाम की सूचना मिलते ही सदर विधायक राकेश गोस्वामी भी अपने समर्थकों के साथ पहुँच गए और परिजनों को शांत कराया। विधायक ने परिजनों को समझाते हुए न्याय दिए जाने का आश्वासन दिया। विधायक ने कहाँ कि हम परिजनों के साथ हैं। वो मानते हैं कि इस मौत के लिए जेलर आरोपी है। उन्होंने जेलर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किये जाने की मांग प्रशासन से की है। साथ ही कहा कि एडीएम के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम बनाकर जाँच की जाएगी।
एसपी ने कही कार्यवाही की बात- वहीं इस पूरे मामले को लेकर एसपी कुंवर अनुपम सिंह कहते हैं कि कारागार से कैदी की मौत की सूचना आई है, जिस पर शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। परिजनों ने जेलर पर आरोप लगाए है इस आधार पर तहरीर के अनुसार ही जांच और कार्यवाही की जायेगी।