रमेश यादव के इस कदम से समाजवादी पार्टी जिला ईकाई में हड़कंप मचा हुआ है। यादव के इस कदम को लोग पार्टी के लिए बड़ा नुकसान बता रहे हैं। वहीं, सपा से बीजेपी में आये रमेश यादव इसे सबका साथ-सबका विकास के नारे से जोड़ रहे हैं। सपा से भाजपा में शामिल हुए रमेश यादव ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विचारों से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल हुए हैं।
पत्नी ममता यादव के साथ बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली यूपी नगर निकाय चुनाव के बीच सियासी नफा-नुकसान को देखते हुए पल-पल राजनीतिक समीकरण बदल रहे हैं। महोबा में कभी सपा की पहचान बने रमेश यादव ने भी पार्टी का साथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। आपको बता दें कि रमेश यादव जनपद में सपा के पूर्व महासचिव रह चुके हैंं। इसके अलावा इनकी पत्नी ममता यादव जिला पंचायत की अध्यक्ष हैं। यही नहीं, इन्हें सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का भी बेहद करीबी माना जाता है, लेकिन अभी हाल ही में सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल द्वारा उन्हें पार्टी से बाहर किये जाने के बाद अचानक बीजेपी लखनऊ कार्यालय में अपनी जिला पंचायत पत्नी ममता यादव के साथ बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली।
भाजपा में खुशी की लहर है तो वहीं सपा नेता सकते में रमेश यादव के इस कदम से जहां भाजपा में खुशी की लहर है तो वहीं सपा नेता सकते में हैं। महोबा पहुंचे रमेश यादव ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि वो देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नीतियों से प्रभावित होकर बीजेपी में शामिल हुए है। बीजेपी एक राष्ट्रीय दल है। मैं इस पार्टी से जुड़े कर जनपद का बेहतर विकास कर सकता हूं। उन्होंने सपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि सपा एक व्यक्ति विशेष की पार्टी है, जबकि बीजेपी सभी धर्मों के लिए काम कर रही है, इसलिए हमने सपा को छोड़कर बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। उनके साथ ही उनके समर्थक भी अब बीजेपी के लिए काम करेंगे।