scriptओम प्रकाश राजभर को सबक सिखाने के लिए बीजेपी का बड़ा दांव | BJP will issue a postage stamp of Suheldev name | Patrika News

ओम प्रकाश राजभर को सबक सिखाने के लिए बीजेपी का बड़ा दांव

locationमहाराजगंजPublished: Dec 13, 2018 01:57:21 pm

Submitted by:

sarveshwari Mishra

सुहेलदेव के नाम डाक टिकट जारी कर राजभर समुदाय का दिल जीतेने की जुगत में भाजपा

Bhartiya janta party

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महराजगंज. पांच में से तीन प्रदेशों की सत्ता गंवाने के बाद मुमकिन है कि यूपी की राजनीति पर भी इसका असर पड़ा है। भाजपा यहां गठबंधन के सहयोगियों के बिना भी काफी मजबूत है लेकिन गठबंधन के वे सहयोगी जिन्हें भाजपा से गठबंधन कर चुनाव लड़ने का लाभ मिला हो वे शायद दूसरे गठबंधन का हिस्सा बनने की राह तलाश रहे हैं। ऐसे दलों में ओम प्रकाश राजभर की भासपा को लिया जा सकता है।
ओम प्रकाश राजभर योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं लेकिन उनके तेवर विरोधियों जैसे है। भाजपा अपमान करने वाले उनके बयानों को लगातार नजरअंदाज कर रही है क्योंकि इसके पीछे पूर्वांचल के कई जिलों में राजभर वोटों की लालच है। भाजपा इन वोटरों को सीधे अपने से जोड़ने की रणनीति तय कर ली है। यह रणनीति कामयाब रहा तो उसे राजभर वोटों के लिए किसी ओम प्रकाश राजभर जैसों की जरूरत नहीं होगी बल्कि वह जिसको चाहेगी वह राजभर समाज का नेता होगा।

महराजगंज जिले के राम प्रकाश राजभर जो सीधे भाजपा से जुड़े हैं, वे कहते हैं कि ओम प्रकाश राजभर का रवैया ठीक नहीं है। भाजपा ने राजभर समाज को सम्मान दिया है। आज वे अगर चुनाव जीते है तो क्या इसमें भाजपा का योगदान नहीं है। आखिर वे भाजपा से गठबंधन कर ही तो जीते। उन्होंने कहा इस समाज को भाजपा जो सम्मान देने जा रही है उससे राजभर समाज का बच्चा बच्चा भाजपा का गुणगान करेगा।
पूर्वांचल में महराजगंज, मऊ, बलिया, गोरखपुर, बस्ती, आजमगढ़, गाजीपुर, सिद्धार्थ नगर, बहराइच, चंदौली आदि 18 जिले ऐसे हैं जहां इस समाज की संख्या विधानसभा के चुनावों में निर्णायक है। भाजपा इस समाज से सीधे जुड़ने के लिए ही सुहेलदेव के नाम पर डाकटिकट जारी करने जा रही है। पीएम नरेंद्र मोदी स्वयं गाजीपुर में आयोजित समारोह में डाकटिकट जारी करेंगे। इतना ही नहीं योगी ने पीएम के कार्यक्रम की तैयारी की जिम्मेदारी अपने राज्य मंत्री अनिल राजभर को सौंप रखी है। संदेश साफ है कि ओम प्रकाश राजभर यदि जाना चाहें तो शौक से जा सकते हैं।

प्रदेश के 2017 के चुनाव में जिस प्रकार भाजपा ने राजभरों के मतों को साधने के लिए क्षेत्रीय दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर से गठबंधन कर इस वर्ग के वोटरों में सेंध मारी करने में सफलता पाई थी। ओम प्रकाश राजभर के सहारे भाजपा की यह जातीय अंकगणित संभवत: 2019 के लोकसभा चुनाव में डगमगा जाय। इसका कारण उनकी भाजपा से बढ़ रही तकरार और दूरियां है। कहना न होगा कि वे सरकार का अंग होते हुए भी वे भाजपा के प्रति हमलावर है।
अपने मंत्री ओम प्रकाश राजभर के लगातार बिगड़ रहे बोल व बंदर घुड़की से भाजपा बेफिक्र नही है। वह उन्हें पटकनी देने की ताक में है। यही कारण है कि भाजपा अब दूसरे राजभर नेता अनिल राजभर पर भरोसा बढ़ा रही है। सीएम योगी अपने राज्य मंत्री अनिल राजभर को पूर्वांचल के राजभर समाज को भाजपा के साथ जोड़े रखने की जिमेमेदारी सौंपे जाने का मन बना चुके हैं। जाहिर है कि भाजपा अनिल राजभर का न सिर्फ कद बढ़ा रही है बल्कि ओमप्रकाश राजभर का विकल्प देकर वह पूर्वांचल में सुहेलदेव भासपा को भी दरकिनार करना चाहती है। ऐसे में माना जा रहा है कि ओमप्रकाश राजभर को बीजेपी किसी भी सूरत में लोकसभा चुनाव में स्वीकार करने के मूड में नहीं है। गाजीपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों सुहेलदेव के नाम से डाक टिकट जारी कर भाजपा राजभर वोटरों को संदेश देना चाहती है कि पार्टी उनके स्वाभिमान की लड़ाई खुद लड़ना चाहती है न कि ओमप्रकाश राजभर जैसों के भरोसे।
1981 में कांशीराम के साथ राजनीति की शुरुआत करने वाले ओम प्रकाश राजभर ने 2001 में बीएसपी नेता मायावती से विवाद के बाद पार्टी छोड़ कर नई पार्टी बनाई थी। उनकी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी 2004 से यूपी और बिहार में कई जगह चुनाव लड़ रही है लेकिन 2017 से पहले उसके उम्मीदवारों की भूमिका ‘खेल बिगाड़ने वालों’ के तौर पर ही रही, जीतने वालों के रूप में नहीं। जानकारों के मुताबिक 2017 में विधान सभा में बीजेपी की जीत के पीछे, ख़ासकर पूर्वांचल में, इस समुदाय और इस पार्टी की अहम भूमिका थी। यही नहीं, गोरखपुर उपचुनाव हारने के बाद ओम प्रकाश राजभर ने साफ़तौर पर कहा था कि उनकी अनदेखी की वजह से बीजेपी गोरखपुर की सीट हारी है। ओम प्रकाश राजभर की भाजपा से बढ़ रही दूरियों पर विरोधी दलों की भी नजर है। वे उन्हें महागठबंधन में शामिल करना चाहते हैं। बीजेपी के पिछड़ा मोर्चा के नेता रामप्रवेश राजभर कहते हैं कि राजभर समाज अब समझ चुका है कि उसका हित कहां है। राजनीतिक चेतना के बाद वह समाज के नाम पर वोटों का सौदा करने वालों को भी पहचान चुका है। कहा कि महाराजा सुहेलदेव के नाम पर ट्रेन चलाने से लेकर डाक टिकट जारी करने का काम बीजेपी की सरकार ने ही किया। पूर्वांचल के राजभरों का गाजीपुर में ऐतिहासिक सम्मेलन होने जा रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसमे मुख्य अतिथि होंगे। इसकी पूरी जिम्मेदारी राज्यमंत्री अनिल राजभर को दी गई है। वह पूरे पूर्वांचल में राजभरों को बीजेपी से जोड़ने और कार्यक्रम को सफल बनाने में लगे हैं।
BY- Yashoda Srivastava

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