मामले की जानकारी होने पर कन्या और वर पक्ष के लोगों में सन्नाटा छा गया। चंद घंटों पहले घुघली थाना क्षेत्र के निवासी दुल्हन के पिता जो बेटी को विदा करने का अरमान लिए बारातियों के स्वागत सत्कार में लगे थे। उन्हें बेटी के इस कदम के बात कुछ सूझ नहीं रहा था।
घंटे भर की खोज बीन के बाद जब दुल्हन नहीं मिली तो दुल्हे के पिता को मामले की जानकारी दी गई। जिसके बाद बारातियों में भी हड़कंप मच गया। इस बीच दोनों पक्षों के लोगों ने दुल्हन की छोटी बहन के साथ फेरे कराने का प्रस्ताव रखा। दुल्हन के पिता की बेबसी देख दुल्हा दुल्हन की छोटी बहन के साथ शादी करने को तैयार हो गए। इधर छोटी बड़ी बहन के इस कदम के बाद बेबस पिता की आंखों में आंसू देख शादी के लिए तैयार हो गई।
एक बार फिर सिंदूरदान की रश्म शुरू हुई। पिता ने छोटी बेटी का नम आंखों से कन्या दान किया। सात फेरे हुए। घरातियों और बारातियों में बेटी के इस त्याग और फैसले की सराहना करते हुए सहर्ष कन्या और वर को आशीर्वाद दिया। सुबह बारात खुशी खुशी विदा हुई।