मिल प्रवंधन द्वारा वित्तीय अनियमितता के अपने ऊपर लगे दाग से बचने के लिए कथित जांच के चार दिन पहले इस अनियमिता की जिम्मेदारी लैबइंचार्ज अशोक मिश्र पर मढ़ते हुए उन्हें सोमवार को नौकरी से सेवामुक्त करने का मुगलिया फरमान थमा दिया। इससे अवशाद में आए अशोक मिश्र ने सुसाइड नोट लिखकर मंगलवार की रात आत्महत्या कर ली।
इसके पहले सुसाइड नोट मिलप्रवंधन के अलावा अपने कर्मचारी साथियों को वाट्सएप कर दिया था।बुधवार भोर होते ही वाट्सएप के जरिए अशोक मिश्र की आत्महत्या की खबर मील कालोनी में फैल गई।भागे भागे मिल कर्मचारी अशोक मिश्रा के आवास पर पहुंचे जहां उन्हें फंदे से लटकता पाया गया।मिल कालोनी में अफरा तफरी मच गई।यूनिटहेड ने ही इसकी खबर पुलिस को दी।
मृतक ने सुसाइड नोट में यूनिट हेड अनिल पंवार, शुगर सेल्स इंचार्ज बालकेश्वर तिवारी व एकाउंटेंट नीरज श्रीवास्तव पर मिल का शीरा चोरी कर करोड़ों कमाए जाने सहित तमाम संगीन आरोप लगाया था और साथ ही अपनी व आरोपियों के संपत्ति की जांच की मांग की थी।
गुरुवार को अपराह्न पीलीभीत जिले के ग्रामसभा पिपरिया दुलई पूरनपुर निवासी मृतक के बड़े बेटे मुनेश कुमार मिश्रा के तहरीर पर कोठीभार पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 158/18 आईपीसी की धारा 306 के तहत अनिल पंवार, नीरज श्रीवास्तव और बालकेश्वर तिवारी पर नामजद अभियोग पंजीकृत कर लिया है।
इस मामले में अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है लेकिन यदि इस मामले में पुलिस ने लापरवाही या किसी के प्रभाव में आने की कोशिश की तो मामला राजतिक रूप भी ले सकता है।हालाकि सीओ
रणविजय सिंह ने कहा कि जांच की जा रही है।जो भी दोषी होगा उसके कार्रवाई तय है।