मामला ताजिया के चबूतरे के पास बिजली के पोल में पताका बांधने का था। इस पोल पर पहले से मुस्लिम समुदाय के लोग हरी झंडी टांगे हुए थे.इसी पोल पर रविवार को कुछ हिंदू युवक दशहरे के मद्देनजर दुर्गा पताका बांध रहे थे। अल्पसंख्यक समुदाय के युवकों ने इसका विरोध किया तो तू तू मै मै के साथ दोनों पक्षों में ईंट पत्थर चलने लगे। इस घटना में दर्जन भर से अधिक महिला, पुरुष व बच्चे घायल हो गए जिन में निम्न लोगों का इलाज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ दो लोगों को गंभीर चोट को देखते हुए डॉक्टर ने रेफर कर दिया।
गोबरी पुत्र भगवानदास 58 बर्ष, कमला देवी पत्नी महंगी 50 वर्ष, मदन राजभर पुत्र मंहगी राजभर 23 वर्ष, सुनील राय पुत्र मंहगी राजभर 18 वर्ष, दिलीप पुत्र राम नयन राजभर 25 वर्ष, बदरुद्दीन पुत्र मजीबुल्ला 25 वर्ष, शत्रुधन पुत्र छवि 20 वर्ष, महंगी पुत्र रामअवध 50, रामनयन पुत्र रामअवध 55 वर्ष तथा श्रवण पुत्र छवि 26 वर्ष, कदीरून निशा पत्नी शुक्रुउल्ला 55 वर्ष साकिरून निशा पत्नी सरफराज 30 वर्ष, अनवरी पत्नी मजबुल्ला 52 वर्ष, ताजरून निसा पुत्री सरफराज 12 वर्ष, मेहरून्निसा पत्नी मजीदुल्ला 70 वर्ष, हिसामुद्दी पुत्र शुकुरूल्ला 18 वर्ष, समीर खान पुत्र रियाजुद्दीन पांच वर्ष, मदीना खातुन पत्नी सलामुद्दीन 35 वर्ष घायल हो गए हैं। जिसमें श्रवण पुत्र छवि 26 वर्ष की हालत गंभीर बताई जा रही है जिसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
मौके पर पहुंचकर अपर पुलिस अधीक्षक आशुतोष शुक्ला, सीओ सदर देवेन्द्र कुमार,थानाध्यक्ष पनियरा मनीष कुमार सिंह, थानाध्यक्ष रामपाल यादव, नायब तहसीलदार रामचन्द्र चौधरी, हिन्दू युवा वहिनी ज़िला संयोजक सतीश सिंह ने घटना स्थल का जायजा लिया। गांव में शांति व्यवस्था बनी हुई है।
By Yashoda Srivastava