जिले में पनियरा विधानसभा क्षेत्र में डोमरा जर्दी बांध, नौतनवा विधानसभा क्षेत्र में महाव बांध तथा फरेंदा विधानसभा क्षेत्र मे बनदेइया बांध के मौजूदा हाल से लोगों में दहशत है।सबसे ज्यादा खौफ का माहौल नौतनवा विधानसभा क्षेत्र के महाव नाले के बांध को लेकर है।पहाड़ से निकलने वाले इस नाले का बांध हर बरसात में तबाही मचाती है।करीब सैकड़ो वीघे धान की फसल बर्बाद होती है और दो दर्जन गांवों के लोग पलायन को मजबूर होते हैं।
नौतनवां विकास खण्ड के बहुचर्चित महाव नाले पर शासन द्वारा इस वर्ष सिल्ट सफाई व तटबंध मरम्मत के लिए सिचाई विभाग द्वारा 1.89 करोड़ स्वीकृत किए ग्ए थे। जिसमे झिंगटी से लेकर सगरहवां तक पंद्रह किलोमीटर लम्बाई में सिल्ट से पटे नाले को साफ किया जाना था।कार्य में गुणवता न लाने पर किसानों ने खैरहवां दूबे गांव के सामने विभाग के खिलाफ जमकर नारे बाजी व प्रदर्शन तक किया था। आरोप है कि, ठेकेदार ने करीब चार किलोमीटर के दायरे में हरखपुरा गांव के सामने से लेकर अमहवा गांव के सामने तक बिना कोई कार्य ? कराए ही विभाग से पुर्ण भुगतान करा लिया।इस कार्य में ठेकेदार अधिकारीयों की मिलीभगत से लाखों रुपए का गोल माल कर स्वीकृत धन डकार लिया। पिछले वर्ष महाव में सिल्ट सफाई व मरम्मत के लिए 80 लाख रुप्ए स्वीकृत किए ग्ए थे लेकिन कार्य पुरा न होने से नाला का तटबंध 12 स्थानों पर तोड़ते हुए तबाही मचाई थी।
क्षेत्र के किसानों का कहना है कि महाव के नाम पर अधिकारीयों व ठेकेदार में लूट मची है। प्रत्येक वर्ष इसके नाम पर लाखों रुपए का बन्दर बाट कर लिया जा रहा है।
इस बार बरसात में फरेंदा विधानसभा क्षेत्र में वनदेइया बांध आसपास के करीब 25 हजार आवादी की तबाही का सबब बन सकता है।यह बांध पड़ता तो है गोरखपुर वनप्रभाग के अधीन लेकिन तबाही मचाता है जिले के फरेंदा तहसील क्षेत्र के गांवो में।गोरखपुर वनप्रभाग की लापरवाही के चलते बनदेइया बांध की मरम्मत अभी तक शुरू नहीं हो सका।इससे बांध के निकट की जनता व किसान बाढ़ के खतरे से दहशत में हैं।
बांध की मरम्मत न होता देख क्षेत्रीय किसान धान की खेती को लेकर परेशान हैं। किसानों का मानना है कि अगर बांध का मरम्मत नहीं कराया गया तो बरसात में उनकी खरीफ की खेती डूब जाएगी।हालाकि क्षेत्र के विधायक बजरंग बहादुर का कहते हैं कि इसके लिए वे प्रयासरत हैं।
सूबे की बांढ नियंत्रण मंत्री स्वाती सिंह ने भी पिछले दिनों बाढ़ बचाव कार्य का मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया था।उन्होंने महाव नाले पर बन रहे बांध सहित अन्तर्राष्ट्रीय तटबंध बी गैप, नेपाल बांध व लिंक बांध पर कराये जा रहे बाढ़ सुरक्षा एवं मरम्मत कार्य का जायजा लिया।इस दौरान उन्होनें अधिकारियों को 15 जून तक हर हाल में सभी कार्य पुरा कराने का निर्देश दिया और कार्य की गुणवत्ता को लेकर भी अधिकारियों को चेताया।
मंत्री के दौरे के बाद भी अनियमितता पर नहीं लगा बिराम मंत्री स्वाति सिंह के दौरे के बाद भी बांध मरम्मत में बरती गई अनियमितता पर बिराम लगा। पिछले दिनों जिले के दौरे पर आईं मंत्री बी गैप बांध पहुंचकर सबसे संवेदनशील 12 व 13 नम्बर ठोकर का जायजा लिया।उन्होंने ठोकर पर कराये जा रहे कार्य को समय सीमा के भीतर पूरा कराने को लेकर एक्सीएन धर्मेन्द्र कुमार सिंह को आवश्यक निर्देश दिया।इसके बाद ठोकर संख्या 14, 16 का निरीक्षण करने के बाद लिंक बांध होते हुए मंत्री नेपाल बांध के अति संवेदनशील ठोकर संख्या तीन पर भी गई।यहां ठोकर की जर्जर स्थिति देख मंत्री ने साथ आये चीफ गंडक इंजिनियर एके सिंह से जानकारी ली।इसके बाद उन्होनें अधीक्षण अभियंता अरुण कुमार सचान व एक्सीएन धर्मेन्द्र कुमार को बंधे की सुरक्षा को लेकर गम्भीर रहने का निर्देश दिया। मंत्री के दौरे के बाद भी बांध मरम्मत में लापरवाही कम नही हुई।महाव नाले पर सिल्ट सफाई का कार्य हो या बांध मरम्मत दोनों ही कार्यों में अनियमितता साफ झलक रही है। दरअसल स्थानीय वासिंदो के दहशत की वजह भी यही है।
by यशोदा श्रीवास्तव